इस दौरान सैकड़ों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं का जत्था हाथों में बैनर-पोस्टर और पार्टी झंडा लिए नारेबाजी करता हुआ मुख्य सड़क से गुजरते हुए प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंचा।आक्रोश मार्च प्रखंड मुख्यालय के एचएच 91 मधुबनी पथ से शुरू होकर पुराने थाना चौक तक गया। इसके बाद जुलूस प्रखंड कार्यालय पहुंचा, जहां प्रदर्शन करते हुए सभा में तब्दील हो गया। सभा में वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला।
सभा को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक चन्द्रहास चौपाल ने कहा कि आज बिहार में शासन-प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं बची है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह अचेत हो चुके हैं और बिहार की जनता को उनके भरोसे छोड़ दिया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार सिर्फ जुमलेबाजी और जनता को बरगलाने का काम कर रही है। गरीबों को तीन माह से मुफ्त अनाज योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है, लोग भुखमरी की कगार पर हैं, लेकिन सरकार की नींद नहीं टूट रही।
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे राजद प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि कथित वोट चोरी, व्याप्त भ्रष्टाचार, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से जनता परेशान है। सरकार ने जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है, जबकि गरीब जनता को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं।
सभा को संबोधित करते हुए राजद कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. वेदप्रकाश रिंकू ने कहा कि गरीबों को अनाज नहीं मिलना सरकार की बड़ी नाकामी है। तीन-तीन महीने से गरीब राशन के लिए दर-दर भटक रहे हैं। बेरोजगार नौजवान नौकरी की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन सरकार रोजगार देने की बजाय झूठे वादे कर रही है। उन्होंने वक्फ बिल का विरोध करते हुए कहा कि यह गरीबों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला है, जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कार्यक्रम का संचालन कर रहे माकपा नेता ललन कुमार ने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें आम आदमी को राहत देने में पूरी तरह विफल हैं। महंगाई चरम पर है, किसान अपने उपज का उचित मूल्य नहीं पा रहे हैं, मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है और युवा रोजगार से वंचित हैं। ऐसे हालात में जनता का गुस्सा सड़क पर उतरना लाजिमी है।
जमकर हुई नारेबाजी
पूरे मार्च के दौरान भ्रष्टाचार बंद करो, गरीबों को अनाज दो, रोजगार दो, महंगाई पर रोक लगाओ, वक्फ बिल वापस लो जैसे नारों से प्रखंड मुख्यालय का इलाका गूंज उठा। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ महागठबंधन अब गाँव-गाँव जाकर आंदोलन को तेज करेगा।
मौके पर मुख्य रूप से अमित भारती, अनिता कुमारी, अशोक यादव, रतन यादव, परमेश्वरी प्रसाद यादव, छोटेलाल यादव, भूषण महाराणा, राहुल कुमार, संजीत मंडल ,सौरभ कुमार, छोटू कुमार, चंदन साह, मोहम्मद रब्बान, रामकुमार, शेर सिंह, पन्नालाल यादव,अशोक यादव,मो इजहार, दीपक कुमार, सनोज कुमार, अरविंद यादव, बबलू कुमार, अरविंद यादव, निर्मल यादव, शैलेंद्र यादव, राजीव कुमार, देवनंदन यादव, वीरेंद्र यादव आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

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