घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष राघवेन्द्र नारायण दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पेड़ से नीचे उतारकर कब्जे में ले लिया। मौके से मृतका की चप्पल और काली ओढ़नी को जब्त किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। परिजनों के अनुसार, मृतका का प्रेम संबंध स्थानीय उपेंद्र यादव के नाती सुमित कुमार से था, जो अक्सर अपने ननिहाल आया करता था। एक पखवाड़ा पूर्व दोनों घर से भाग निकले थे, लेकिन दिल्ली जाते वक्त ट्रेन में पुलिस को देखकर सुमित भाग गया और ज्योति को वहीं छोड़ गया। रेल पुलिस ने पूछताछ के बाद ज्योति को बाल कल्याण समिति, चंदौली (उ.प्र.) को सौंपा, जहाँ से उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया।
मां ने बताया कि घटना के समय वह दूध लाने गई थी। घर पर कोई नहीं था, इसी का फायदा उठाकर बेटी ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। युवती के पिता पंजाब में मजदूरी करते हैं और भाई भी हाल ही में वहीं गया था। प्रत्यक्षदर्शी लव कुमार ने बताया कि उन्होंने देखा कि ज्योति पेड़ पर चढ़कर ओढ़नी से फंदा बनाकर झूल गई। यह देखकर बच्चे डरकर घर भागे और लोगों को जानकारी दी। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। सभी पहलुओं पर पुलिस नजर बनाए हुए है।
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

No comments: