मृतका आशा देवी रौता वार्ड-11 निवासी राकेश कुमार यादव की पत्नी थी। उसका पति मजदूरी करने के लिए तीन महीने पहले पंजाब गया हुआ है।
घटना कैसे घटी
पड़ोसी पूनम देवी ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 10 बजे वह राकेश के घर गई थी। उस समय आशा देवी दरवाजा बंद कर बच्चों को लेकर कहीं जाने की तैयारी में थी। कुछ ही देर बाद पोखर से दोनों बच्चों का शव मिलने की खबर फैली। इसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई।
रविवार की सुबह ग्रामीणों ने तालाब में तैरता महिला का शव देखा और इसकी सूचना थानाध्यक्ष पंकज कुमार को दी। थानाध्यक्ष पुलिस फोर्स के साथ पंहुचकर शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया। भागलपुर फॉरेंसिक लैब से पवन प्रजापति के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन कर किया।फॉरेंसिक टीम में शामिल पवन प्रजापति ने बताया कि जांच पुरी होने के पश्चात जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी जाएगी।
परिजनों ने आशंका जताई है कि आशा देवी का पति से फोन पर किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। गुस्से में आकर उसने बच्चों संग यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
“घर लौटा तो देखा दरवाजा बंद और अंदर आग लगी थी : ससुर सुनील
ससुर सुनील यादव ने कहा कि शनिवार को सुबह मैं खेत गया था। दोपहर करीब 12 बजे लौटा तो घर का दरवाजा बंद था। खोलकर देखा तो अंदर आग लगी हुई थी। पड़ोसियों को बुलाकर आग बुझाई। तभी सूचना मिली कि पोखर में दो बच्चों का शव मिला है। वहां पहुंचा तो देखा कि वे मेरे पोता-पोती थे। मैं उन्हें मां से भी ज्यादा प्यार करता था। इसके बाद बहू की भी खोजबीन की गई और रविवार को उसका शव भी पोखर से मिला।उन्होंने आगे कहा परिवार में किसी से कोई विवाद नहीं था। बेटे को छुट्टी मिलती है या नहीं, यह मुझे पता नहीं है।
6 साल पहले लव मैरिज की थी
आशा देवी ने 6 साल पहले राकेश कुमार यादव से प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद वह अपने सास-ससुर से अलग अपने बच्चों के साथ रहती थी।
पति अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं होगा
हैरानी की बात यह है कि आशा देवी और उसके बच्चों के अंतिम संस्कार में पति ने शामिल होने से साफ इनकार कर दिया है। उसने परिजनों को फोन कर बताया कि काम से छुट्टी नहीं मिल रही है, इसलिए वह नहीं आ पाएगा।
कुमारखंड थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि शनिवार को बच्चों का शव बरामद किया गया था। रविवार को महिला का शव पोखर से निकाला गया। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।
मृतक महिला आशा देवी की मां व मुरलीगंज थाना क्षेत्र के पोखराम निवासी
अभिलाषा देवी ने बताई कि तीन दिन पहले उनकी बेटी से बात हुई थी। उन्होंने बताया कि दो महीना पहले उनके पति बाहर गए हैं। जब वह फोन पर बात करता है तो लड़ाई शुरू कर देता है। हम बोले कि लड़ाई करते हैं तो मायके आ जाओ। मेरी बेटी ने कहा कि हम वहां जाएंगे तो तुम सब दिन रखोगी ? उन्होंने कहा कि इस बार पति के आने बाद वह मायके जाएगी। बच्चा का इलाज कराने के लिए जब किसी के साथ जाते हैं तो मेरे पति को शंका होता है। वह फोन पर गाली-गलौज करता है। पति से परेशान होकर उनकी बेटी ने यह कदम उठाई है।वहीं रौता के ग्रामीण सूत्र ने बताया कि पत्नी पति के चरित्र को लेकर संदेह करती थी।वहीं पत्नी के चरित्र को लेकर संदेह करता था।इसी वजह से पति-पत्नी के बीच हमेशा विवाद होता रहता था।
मृतक महिला आशा देवी की मां व मुरलीगंज थाना क्षेत्र के पोखराम निवासी अभिलाषा देवी के आवेदन पर मृतक के पति के विरुद्ध थाने में केश दर्ज कर लिया गया है।कुमारखंड थाने में दर्ज प्राथमिकी में मृतका के पति पर बेटी आशा देवी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए बताया कि पति के प्रताड़ना से परेशान हो कर मृतका ने अत्मघाती कदम उठाई है।
थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि मृतका की मां के आवेदन पर मृतका के पति के विरुद्ध थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

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