वार्ड नंबर 10 बरियाही निवासी लीला देवी के पति सुमन कुमार ने अपनी पत्नी के नाम से मिले पर्चा को अंचल कार्यालय में ऑनलाइन कराने की कोशिश की लेकिन अंचल कर्मियों ने पर्चा को फर्जी बताया. सुमन कुमार ने बताया कि यह पर्चा उन्होंने एक साल पहले परसा गांव के अमीन से 5 हजार रुपए में खरीदा था. वह इसे लेकर सीओ से मिलने आए थे, लेकिन सीओ कार्यालय में नहीं मिले.कार्यालय में मौजूद कर्मियों ने जब पर्चा देखा तो उसमें कई गड़बड़ियां पाईं.पर्चा पर 8 जुलाई 2024 की तारीख अंकित थी.जहां अंचलाधिकारी का हस्ताक्षर होना चाहिए, वहां किसी और का हस्ताक्षर था. अनुमंडल पदाधिकारी की जगह भी गलत हस्ताक्षर थे.
भूमि सुधार उप समाहर्ता के स्थान पर सीओ का स्कैन किया हुआ फर्जी हस्ताक्षर पाया गया. सुमन कुमार ने बताया कि उन्होंने यह पर्चा एक अमीन से लिया था.अब उन्हें ठगा हुआ महसूस हो रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद रामपुर लाही पंचायत और आसपास के गांवों में चर्चा तेज हो गई है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इस मामले की गहराई से जांच हो तो बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा उजागर हो सकता है. इस कारण क्षेत्र में जमीन विवाद लगातार बढ़ रहे हैं. सरकार जहां भूमिहीनों को बसेरा टू योजना के तहत असली पर्चा दे रही है, वहीं बिचौलिये गरीबों को फर्जी पर्चा थमा कर ठग रहे हैं.
इस बावत सीओ राहुल कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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