उन्होंने यह भी कहा कि रेणु - स्मृति-दिवस पर साहित्य और संस्कृति के पुरोधा को हृदय से श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं और नमन करती हूं. आगे उन्होंने कहा कि इस अवसर पर होली क्रॉस स्कूल के बच्चों के बीच लोक संस्कृति और रंगमंच के विभिन्न आयामों के बारे में भी विस्तार से नृत्य और नाटक कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जबकि 21 अप्रैल को विद्यालय के स्थापना दिवस समारोह 2025 के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक संस्कृति और नाटक कला का संगम होगा, जहां छात्र-छात्राओं को इस कला के लिए लोकनृत्य के क्षेत्र में दूरदर्शन पटना से ग्रेड प्राप्त और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली से नाटक निर्देशन के लिए सम्मानित सुप्रसिद्ध रंगकर्मी विकास कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षण के बाद छात्र-छात्राओं को लोक संस्कृति लोकनृत्य और नाटक -विधा में बेहतर अभिनय करने का कार्यक्रम में अवसर मिलेगा.
प्रशिक्षक रंगकर्मी विकास कुमार ने बताया कि बिहार की लोक संस्कृति में कई तरह के लोकगीत, लोकनृत्य और नाटक शामिल हैं. इस कार्यशाला के तहत, छात्र-छात्राओं को अपने लोक संस्कृति विरासत को सीखने और समझने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है कि विलुप्त हो रही लोक संस्कृति और नाटक कला को बढ़ावा देना और रंगमंचीय कला के प्रति बच्चों को जुड़ने में यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. जबकि संचालन करते हुए उप प्राचार्य और हिंदी के सुरेश कुमार वर्मा ने फणीश्वरनाथ रेणु के जीवन पर विस्तार से बताया. इस अवसर पर प्रतिभागी छात्र छात्राओं सहित शिक्षकगण मौजूद थे.

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