BNMU में गांधीगिरी: अराजकता के ख़िलाफ़ पदाधिकारियों को किया गुलाब भेंट

बीएनएमयू बचाओ छात्र न्याय आंदोलन के तीसरे दिन संयुक्त छात्र संगठन के छात्र नेताओं ने किया गांधीगिरी. विश्वविद्यालय मे कुव्यवस्था और अराजकता के ख़िलाफ़ विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारियों को किया "गुलाब फूल" भेंट.

इससे पूर्व संयुक्त छात्र संगठन ( एनएसयूआई, छात्र राजद, छात्र जदयू, छात्र लोजपा रामबिलास,आइसा युवा शक्ति एआईएसएफ, भीम आर्मी) ने बैठक कर विश्वविद्यालय के क्रियाकलाप पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की घोषणा की थी. छात्र नेताओं  ने कुलपति पर आरोप लगाया कि बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रो बीएस झा छात्र संगठनों से किसी तरह के संवाद नहीं करते हैं. आम छात्र को कुलपति से मिलने पर पूर्णत: पाबंदी लगी है जो कि विश्वविद्यालय में अघोषित आपातकाल लागू जैसा है और कुलपति डॉ प्रो बीएस झा के द्वारा बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम को लगातार कुचला जा रहा है. 

छात्र संगठनों ने गत दिनों बैठक कर विभिन्न चरण में आंदोलन करने का निर्णय लिया था जिसके बाद पिछले सोमवार को छात्र विकास खोज अभियान के तहत विश्वविद्यालय के प्रशासनिक परिसर में छात्र हितों की सुविधा का तलाश किया था जिसमें छात्र हितों की मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव दिखा. जिसको लेकर छात्र  संगठन ने मंगलवार को एक दिवसीय धरना का आयोजन कर बीस सूत्रीय मांग पत्र कुलसचिव कों सौंपा, किंतु मांग पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर संयुक्त छात्र संगठन ने आज विश्वविद्यालय के प्रशासनिक परिसर में घूम-घूम कर पदाधिकारी को गुलाब फूल भेंट किया, किंतु कई पदाधिकारी अपने चैंबर से गायब मिले. 

बताया गया कि छात्र नेता सबसे पहले कुलसचिव कार्यालय गए किंतु कुलसचिव कार्यालय से अनुपस्थित थे. छात्र नेताओं ने उनके टेबल पर गुलाब फूल रख दिया. उसके बाद वे प्रॉक्टर कार्यालय गए जहां प्रॉक्टर भी अनुपस्थित थे. वहां भी उनके कार्यालय में मौजूद सहायक को गुलाब फूल भेंट किया. 

डीएसडब्ल्यू ( छात्र कल्याण पदाधिकारी) डॉ अशोक सिंह अपने कार्यालय में मौजूद थे. छात्र नेताओं ने उनको गुलाब देते हुए कह कि विश्वविद्यालय में छात्र हितों का कोई कार्य नहीं हो रहा है, समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. छात्रों की मूलभूत सुविधा जैसे पानी, शौचालय, कॉमन रूम नियमित वर्ग संचालन, कैंटीन, हॉस्टल छात्रों का स्वास्थ्य उपचार केंद्र गर्ल्स को कॉमन रूम आदि जो कि सबसे जरूरी कार्य है उसमें ही सुधर नहीं हो पा रहा है. छात्र दिनभर विश्वविद्यालय में परेशान रहते हैं और विश्वविद्यालय प्रशासन कुंभकरण निद्रा में सोई हुई है. कुलपति छात्र और छात्र नेताओं से दूरी बनाकर के रखे हुए हैं जिससे छात्रों का कोई सुनने वाला नहीं है, नेक के नाम पर हर साल करोड़ की लूट हो रही है वहीं  दीक्षांत और सीनेट सिंडिकेट की बैठक सिर्फ विश्वविद्यालय को लूटने के लिए आयोजित होती है. विश्वविद्यालय प्रशासन सीनेट सिंडिकेट के सदस्य इस लूट में बराबर के भागीदार है. वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि मूक दर्शक बनकर चुप्पी साधे हुए हैं. 

बताया कि छात्र कल्याण पदाधिकारी ने छात्र नेताओं को भरोसा दिया कि स्थिति में सुधार होगी किंतु अपनी सीमित दायरा को लेकर और असमर्थता भी जाहिर की. इसके बाद छात्र नेताओं ने सीसीडीसी डॉ इम्तियाज़ अंजुम और परिसंपदा विभाग के केयर टेकर शंभू प्रसाद यादव को गुलाब भेंट किया और विश्वविद्यालय के अंदर सभी कुव्यवस्था और अराजकता को लेकर कुलपति के प्रति नाराज़गी जाहिर किया. छात्र नेताओं ने कहा कि एक भी वाटर कूलर ठीक नहीं है जिससे पीने की पानी का घोर अभाव है. सभी शौचालय खराब और बंद पड़े हैं. कृति वाटिका में मादक पदार्थ के पेड़ पौधे लगे हुए हैं. विश्वविद्यालय कैंपस में नशीले दवाओं और शराब की खाली बोतल शौचालय में मिल रही है जिससे कि लगता है कि विश्वविद्यालय की स्थिति जेलखाना और पागल खाना से भी बदतर हो चुकी है.

अंतिम में छात्र नेताओं ने परीक्षा विभाग में जाकर परीक्षा नियंत्रक डॉ शंकर मिश्रा को गुलाब भेंट देते हुए कहा कि हर परीक्षा में बिना किसी कारण हजारों छात्रों को प्रमोट कर दिया जाता है, जिससे छात्र मानसिक तौर पर परेशान होते हैं. परीक्षा विभाग में सबसे ज्यादा समस्या उत्पन्न होती है. सभी काउंटर पर छात्र परेशान होते रहते हैं. बिना किसी कारण छात्रों को सभी काउंटर पर बार-बार दौड़ाया जाता है. छात्र नेताओं ने कहा कि कोई भी छात्र अपनी समस्या लेकर परीक्षा नियंत्रक के पास आता है तो परीक्षा नियंत्रक उसको मना कर लौटा देते हैं. फिर वही काम बाईपास तरीके से पैसे देकर कराया जाता है जिसे कहीं ना कहीं छात्रों का आर्थिक शोषण चरम पर है. अगर विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा विभाग की भ्रष्टाचार पर नकेल नहीं लगाती है तो स्थित और भी भयानक होगी और आंदोलन और ज्यादा तेज़ होगा. 

वहीं कल मंगलवार को संयुक्त छात्र संगठन के द्वारा सभी पदाधिकारी और कुलपति कार्यालय के सामने थाली पीट कर छात्र हितों की मूलभूत सुविधाओं की मांग की जाएगी और ढोल नगारा बजा कर विश्वविद्यालय प्रशासन को जगाया जाएगा.

गांधीगिरी सह गुलाब भेंट कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार, छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव, छात्र जदयू अध्यक्ष निखिल सिंह यादव, प्रेम कुमार आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान  अली, एजाज़ अख़्तर, युवा शक्ति के सौरव यादव, निरंजन सरकर, ऋतु राज़, सुमित कुमार,छात्र लोजपा रामविलाश के जसवीर पासवान, एएआईएसएफ प्रभात रंजन छात्र राजद के सलमान खुर्शीद शैलेन्द्र कुमार, नीतीश कुमार मधुसूदन यादव, ग़ौरव कुमार, प्रशांत नितीश, छात्र नेता सुशील यादव आदि शामिल थे.

BNMU में गांधीगिरी: अराजकता के ख़िलाफ़ पदाधिकारियों को किया गुलाब भेंट BNMU में गांधीगिरी: अराजकता के ख़िलाफ़ पदाधिकारियों को किया गुलाब भेंट Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 17, 2025 Rating: 5

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