मुरलीगंज बिहारीगंज मुख्यमार्ग एसएच 91 के किनारे स्थित एच पी पेट्रोल पंप के करीब स्थित कबाड़खाना में बुधवार की रात्रि करीब 11.30 बजे आग लग गई. आग की लपटें उठने के बाद कबाड़खाना के भीतर सो रहे लोगों की नींद खुली. शोर मचाने पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और लोगों ने आगजनी की सूचना स्थानीय प्रशासन तथा फायर ब्रिगेड अधिकारियों को दिया. पूर्णियां, सहरसा, मधेपुरा, उदाकिशुनगंज, मुरलीगंज समेत अन्य स्थानों से करीब एक दर्जन से अधिक दमकल मौके पर पहुंचने के बाद आग पर काबू पाया गया. करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक लाखों रुपए का कबाड़ जलकर राख हो गया. आग कैसे लगी इसके स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया. हालांकि मौजूद लोगों ने बिजली के शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई है.
बताया गया कि स्थानीय मुरलीगंज वार्ड 6 निवासी नवीन साह विगत कई वर्षों से वार्ड 15 निवासी रामदेव साह का जमीन किराए पर लेकर कबाड़ का काम किया करते थे. कबाड़खाना के अंदर चार चार आधुनिक कटिंग मशीन लगी हुई थी जिसके उपयोग से कबाड़ को कटिंग पेस्टिंग कर कबाड़ का बंडल बनाया जाता था. जिसके बाद उसे ट्रक पर लोड कर रिसाइक्लिन के लिए बाहर भेजा जाता था.
आगजनी में कबाड़खाना के भीतर सो रहे पांच स्टाफ इस आगजनी में बाल बाल बचे. कबाड़खाना के अंदर एक कोने में भूस्वामी वार्ड 15 निवासी रामदेव साह का छोटा लड़का भी रहा करता था. थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि मामले में अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है.
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