एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व परिसंपदा पदाधिकारी डॉ. शंकर कुमार मिश्रा द्वारा छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार जैसे मामले में परिसंपदा पदाधिकारी को पद से मुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि आए दिन इनके ऊपर आरोप लगते रहते हैं। ऐसे लोग को परीक्षा नियंत्रक बनाया जाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
वहीं छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष सोनू यादव ने कहा कि उनके जैसे व्यक्ति को परीक्षा नियंत्रक जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए पैनल में नाम भेजना विश्वविद्यालय की उदासीनता दर्शाता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में स्वच्छ शैक्षणिक माहौल एवं छात्राओं की सुरक्षा को बचाए रखने के लिए ऐसे व्यक्ति को परीक्षा नियंत्रक नहीं बनाना चाहिए।
छात्र जदयू नेता अबूजर खां ने कहा कि संयुक्त छात्र संगठन मांग करता है कि विश्वविद्यालय राजभवन को पत्र लिखकर डॉ. शंकर कुमार मिश्र को परीक्षा नियंत्रक के पद से हटाएं, अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन किया जाए।
इस अवसर पर आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष निशांत यादव, निखिल यादव, अंकित कुमार, पवन कुमार, रौशन कुमार बिट्टू आदि मौजूद थे।
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