कला भवन मैदान में भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर की अध्यक्षता एवं राजद के वरीय नेता रामकृष्ण यादव के संचालन में आयोजित विशाल धरना को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं सदर राजद विधायक प्रो चंद्रशेखर ने कहा केंद्र व राज्य की सरकार जनविरोधी और निकम्मी है । उन्होंने कहा कि अलोकतांत्रिक भाजपा नीति वाली केंद्र सरकार वंचितों और दलितों की एकता को सुनियोजित रूप से तोड़ने पर आमदा है । संविधान की भावना के अनुरूप बिहार में 65 % आरक्षण दिया गया जिसपर मनुवादी ताकतों ने रोक लगा दी । देश के किसान और जवान बदहाल है । आत्महत्या करने पर मजबूर है । बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी लगातार बढ़ती ही चली जा रही है । कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है । किसी की भी जान सुरक्षित नहीं है ।
उन्होंने कहा कि मोदी नीतीश कि सरकार जनता की सुधि लेने के बदले धर्म और जात की राजनीति करने में मशगूल है । नीतीश सरकार कि अभियान बसेरा 2 एक छलावा साबित हुआ । गरीबों को बास की जमीन नहीं मिल पाई। वही किसानों को फसल का समर्थन मूल्य नहीं देती है सरकार । विधायक प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि मोदी सरकार में किसानों का नही कॉरपोरेटो का ऋण माफ होता है ।उन्होंने दलितों और महिलाओं पर अत्याचार बंद करने , गिड़ती विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने, रेल इंजन कारखाना के नियुक्तियों में स्थानीय लोगों को प्रार्थिमिकता देने की मांग की। उन्होंने कहा की हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अगले 2 अक्तूबर को मधेपुरा में शासन और प्रशासन के खिलाफ विशाल मार्च आयोजित होगा। उन्होंने आम लोगों से अपने हक और अधिकार के लिए चरणबद्ध आंदोलन को तैयार रहने का आह्वान किया।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार किसानों की नहीं बल्कि कंपनियों की है । उन्होंने कहा की आज मां - बहनों की आबरू सुरक्षित नहीं है। देश के गरीब और दलित कीड़े - मकोड़े की जिंदगी जीने को मजबूर है । हमें इसके खिलाफ संघर्ष करने की जरूरत है।
भाकपा माले के जिला संयोजक रामचंद्र दास ने कहा सभी निर्माण मजदूरों और भूमिहीनों को बास और आवास सुनिश्चित करें सरकार नहीं तो संघर्ष तेज होगा। माकपा के पूर्व जिला मंत्री गणेश मानव ने कहा कि किसानों और जवानों की अनदेखी नहीं सहेंगे । किसानों के फसल का दाम और बेकारों को काम देना होगा। भाकपा के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोड़ परिवारों को चिन्हित करने के वाबजूद दो लाख सहायता राशि नही दे रही है नीतीश सरकार । उन्होंने कहा कि अंचल से लेकर सचिवालय तक चहुओर भ्रष्टाचार व्याप्त है । हम सबको मिलकर संघर्ष को तेज करना होगा।
धरना प्रदर्शन को राजद के प्रदेश महासचिव कृष्ण कुमार यादव, देवकिशोर यादव, धीरेंद्र यादव, जिला महासचिव नजीरुद्दीन नूरी, वरीय नेता राजेंद्र प्रसाद यादव , परमेश्वरी यादव, आलोक कुमार मुन्ना, बैजनाथ भगत , मदन झा, राजू सिंह,महिला नेत्री रागिनी रानी, विनीता भारती, निर्जला सिंह, युवा जिलाध्यक्ष अनीता कुमारी, दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष योगेंद्र राम, किसान नेता अमेश यादव, प्रकाश पिंटू, युवानेता संजीव कुमार, भूषण यादव, अजय यादव, मनोज यादव, प्रखंड अध्यक्ष सुरेश कुमार यादव, विकाश मंडल, विश्वनाथ यादव, मो इरफान, रामजी यादव, गोपाल यादव, ललन यादव, विश्वजीत राम, चंद्रभूषण राम,संजय शर्मा, शिवनारायण मंडल, रंजीत साह, रिंकू साह, कुशुमलाल शर्मा, जनार्दन शर्मा , वा मपंथी नेता शैलेंद्र कुमार, पवन कुमार, रमन कुमार, रमेश कुमार शर्मा, मुकुंद प्रसाद यादव, ललन मंडल, कृत्यानंद रजक , सीताराम रजक, छात्रनेता निशांत यादव, निखिल कुमार आदि बड़ी संख्या में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संबोधित किया। धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर, नौजवान एवं महिलाओं ने भाग लिया। अंत में पंद्रह सूत्री मांगों का स्मार पत्र जिलाधिकारी को प्रेषित किया।
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