सहायक नदियाँ भी है उफान पर
कोसी नदी का उद्गम स्थल नेपाल के गोसाईधाम में स्थित है. यह पहाड़ों से होकर बराह क्षेत्र से मैदानी क्षेत्रों में पहुंचती है. विभिन्न सहायक नदियों से मिलकर यह सप्तकोसी बनती है, जो नेपाल में बारिश के कारण उफान पर है. इसके परिणाम स्वरूप, नदी के जलस्तर में व्यापक वृद्धि हुई है. नेपाल में सभी जगह पर बारिश के कारण कोसी की सभी सहायक नदियां उफान पर है. इस लिए कोसी के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है. वहीं पूर्वी कोसी तटबंध के कोपरिया और चंद्रायन डिविजन अंतर्गत 117.15 किलोमीटर स्पर के डी पॉर्सन पर बढ़ते जलस्तर का दबाब बताया जा रहा है. इसी तटबंध के वीरपुर डिविजन अंतर्गत पूर्वी कोसी तटबंध के 16.98 किमी स्पर पर नदी के बढ़ते जलस्तर का दबाव बना हुआ है. जबकि नेपाल स्थित पूर्वी बहोत्थान बांध के कुसहा डिविजन अंतर्गत 26.40 किमी स्पर पर नदी के तेज बहाव के चलते दवाब बना हुआ है. इसके अलावे नदी के दोनों ही तटबंध के स्टर्ड और स्पर अपने सभी अवयवों के साथ सुरक्षित है. तटबंध पर सतत निगरानी और चौकसी जारी है.
नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार को कोसी नदी व बराह क्षेत्र का जलस्तर सर्वाधिक डिस्चार्ज पर पहुंच गया. शाम 07 बजे कोसी बराज पर 03 लाख 07 हजार 925 क्यूसेक व बराह क्षेत्र में 01 लाख 88 हजार 500 क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. जो इस साल का सर्वाधिक जल स्राव है. अत्यधिक पानी होने के कारण कोसी बराज के 39 फाटक खोल दिये गये हैं. तीन लाख क्यूसेक जलस्राव होने के बाद शनिवार की शाम कोसी बराज पर लाल बत्ती जला दी गयी. इससे पूर्व ढाई लाख क्यूसेक पानी होने पर बराज के दोनों ओर लाल झंडा लगा दिया गया था.
कहते हैं चीफ इंजीनियर
बाढ़ नियंत्रण एवं जल निकासी के चीफ इंजीनियर वरुण कुमार ने बताया कि नेपाल में भारी बारिश से कोसी की सहायक नदियां उफान पर है, जिससे कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा है. सभी अभियंता तटबंधों और स्परों की निगरानी कर रहे हैं. फ्लड फाइटिंग फोर्स के साथ संवेदनशील स्थानों का निरीक्षण जारी है.
(सुपौल ब्यूरो)
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