मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड मुख्यालय स्थित गम्हरिया उप शाखा आरडी 170 -75 नहर में वर्षों पहले बनी पुलिया रेलिंग विहीन है. इससे हादसे की आशंका बनी रहती है. लोगों ने कई बार सिंचाई विभाग और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से इसकी शिकायत की और रेलिंग बनवाने की मांग की लेकिन किसी ने पुलिया और रेलिंग की मरम्मत कराने की जहमत नहीं उठाई. जबकि बैजनाथपुर से यह मार्ग फोर लेन को जोड़ती है. इस पुल से काफी संख्या में बड़े वाहन गुजरते हैं. इसलिए पुल पर वाहनों की सुरक्षा के लिए दोनों तरफ रेलिंग बनाई गई थी. पुल पुराना होने के कारण उसकी रेलिंग टूट गई है. हालत यह है कि रात के अंधेरे में दिखाई नहीं देने से कई बार चालक नहर में गिरते-गिरते बचे हैं. सबसे अधिक खतरा दो पहिया वाहन चालकों को है, रेलिंग टूटने के कारण पैदल चलने वाले लोग बड़े वाहन आने पर बचने के लिए सड़क के किनारे होते हैं ऐसे में पूल पर से गुजरने के दौरान राहगीरों के नहर में गिरने का खतरा बना रहता है. इससे स्थानीय लोगों में नाराजगी व्याप्त है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि नहर पर बनी पुलिया की रेलिंग टूट गई है और उसका स्लैब भी जर्जर हो गया है. रेलिंग न होने के चलते कई वाहन सवार नहर में गिरकर घायल हो चुके हैं. कई बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई गई, लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका.
वहीं कांग्रेस ओबीसी के जिला अध्यक्ष एस.के. सौरभ का कहना है कि विभागीय अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है. अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोग इस पुलिया से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं. स्थानीय राज किशोर यादव, अनंत मंडल, हरित यादव, रोशन कुमार, सुनील कुमार, अभिनंदन यादव, आदि ने पुलिया व रेलिंग की मरम्मत अथवा निर्माण कराने की मांग की है.

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