इस बावत आवेदन में उन्होंने कहा कि मैं गरीब हूँ तथा अपना तथा अपने परिवार का भरण पोषण के लिए मजदूरी करने के लिए बराबर सिंहेश्वर जाता हूँ. 22 जून को मजदूरी करने सिंहेश्वर गया था. मेरे घर पर मेरी पत्नी चुना देवी एवं दो पुत्र अमित कुमार तथा विनीत कुमार थे. मेरे घर पर कजरा वार्ड 10 निवासी रविशंकर यादव ने थ्रीनट से डरा धमकाकर मेरी पत्नी तथा मेरे पुत्र को अपने मोटरसाइकिल पर बैठाकर शंकरपुर की तरफ लेकर चला गया. मेरा बड़ा पुत्र अमित कुमार ने रोका और हल्ला करने लगा. जिसपर रविशंकर यादव ने लप्पड़ थप्पड़ से मारा. जब मैं रात्रि में घर पहुंचा तो मेरा बड़ा पुत्र रोते हुए आया और उक्त घटना की जानकारी दी. तब हम उनके घर पर गए और खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला. उसके बाद मुखिया व कुछ व्यक्तियों के साथ उनके घर जाकर दो दिन का समय दिया गया लेकिन फिर भी नहीं मिला. उसके बाद शंकरपुर थाना में आवेदन दिये लेकिन अभी तक थाना में केस दर्ज नहीं किया गया और उल्टे थाना से कहा जा रहा है कि खुद से खोजो.
इस बावत थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने बताया कि आवेदन दिया था. उसको बोले थे कि आवेदन की जांच कर रहे हैं और उसके बाद एफआईआर दर्ज किया जाएगा, लेकिन अभी तक वह आदमी थाना नहीं आया है.
[ Edited: बाद में: हालाँकि समाचार प्रेषण के बाद सम्बंधित थाना से प्राप्त सूचना के अनुसार मामले में FIR दर्ज कर लिया गया है.]
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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July 05, 2021
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