मंगलवार की रात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 21 दिन के लॉकडाउन के आदेश के बाद अचानक लॉकडाउन को कर्फ्यू मानकर लोगों की भारी भीड़ सड़क पर निकली.
देर रात तक किराने, दवा और सब्जी दूकान पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा. लोग 21 दिन लॉकडाउन मानकर भारी मात्रा में सामान की खरीददारी किया.
वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री के आदेश के बाद बुधवार को सख्त कार्रवाई करने के मूड में दिखी लेकिन कुछ युवक प्रधानमंत्री के आदेश का मखौल उड़ाते हुए दिखे. ऐसे तत्त्वों पर पुलिस की सख्ती दिखी और बेवजह सड़क पर निकले लोग कहीं धुनाई की तो कहीं उठक-बैठक कराया. पुलिस की कार्रवाई शहर के विभिन्न चौक-चौराहे पर घंटो चलता रहा. कार्रवाई के बाद अचानक सड़के सूनी हो गयी. लोग अपने घरों में कैद हो गए.
लॉकडाउन के तीसरे दिन पुलिस प्रशासन ने सख्ती अपनाते हुए भूपेन्द्र चौक पर बाइक और चार चक्के पर निकले लोगों से घर से बाहर निकलने के कारणों को गंभीरता से जांच किया और जांच में बेवजह निकले लोगों पर पुलिस ने जमकर लाठी भांजी और उठक बैठक कराकर घरों में रहने की सलाह देकर छोड़ दिया.
वहीं तैनात दंडाधिकारी ने बताया कि घर से निकले बाइक सवार एक ही बात बताते हैं कि वे दवा खरीदने निकले हैं, ईलाज कराने आये है, ऐसे लोगों की संख्या 80 प्रतिशत सामने आयी लगता है कि लॉकडाउन में सब बीमार हो गया है.
कमांडो दस्ता ने शहर के स्टेट बैंक के पास सड़क पर नाकेबंदी कर रखा था. यहां से गुजरने वाले सभी को घर से निकलने के कारणों की जांच की, इसी बीच बेवजह घर से निकले मनचले की जमकर धुनाई की. धुनाई करते देखकर कई बाइक चालक युवक बाइक लेकर वापस भाग निकले. कमांडो का सख्त रवैया से कुछ ही घंटे में सड़क सूनी हो गयी.
पूर्णिया गोला चौक पर तैनात महिला पुलिस ने बेवजह सड़क पर निकले बाइक चालक की जमकर पिटाई की और बाइक को जब्त कर लिया. बाद में लॉकडाउन नियम के तहत जुर्माना के बाद घर में रहने की हिदायत के बाद छोड़ दिया. महिला पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप मच गया.
टीपी कॉलेज पेट्रोल पम्प पर तैनात पुलिस पदाधिकारी ने शहर पर बेवजह निकले राहगीर को लाठी से खदेरते दिखे.
एसडीएम वृंदा लाल और एसडीपीओ वशी अहमद ने पूरा दिन सड़क पर निकल लोगों की खबर ली और घर में रहने की हिदायत पर छोड़ दिया.
पदाधिकारी द्वय ने शहर वासियों को सरकार के आदेश का पालन करते हुए परिवार और समाज को सुरक्षित रखने और घरों में रहने का आह्वान किया है.
देर रात तक किराने, दवा और सब्जी दूकान पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा. लोग 21 दिन लॉकडाउन मानकर भारी मात्रा में सामान की खरीददारी किया.
वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री के आदेश के बाद बुधवार को सख्त कार्रवाई करने के मूड में दिखी लेकिन कुछ युवक प्रधानमंत्री के आदेश का मखौल उड़ाते हुए दिखे. ऐसे तत्त्वों पर पुलिस की सख्ती दिखी और बेवजह सड़क पर निकले लोग कहीं धुनाई की तो कहीं उठक-बैठक कराया. पुलिस की कार्रवाई शहर के विभिन्न चौक-चौराहे पर घंटो चलता रहा. कार्रवाई के बाद अचानक सड़के सूनी हो गयी. लोग अपने घरों में कैद हो गए.
लॉकडाउन के तीसरे दिन पुलिस प्रशासन ने सख्ती अपनाते हुए भूपेन्द्र चौक पर बाइक और चार चक्के पर निकले लोगों से घर से बाहर निकलने के कारणों को गंभीरता से जांच किया और जांच में बेवजह निकले लोगों पर पुलिस ने जमकर लाठी भांजी और उठक बैठक कराकर घरों में रहने की सलाह देकर छोड़ दिया.
वहीं तैनात दंडाधिकारी ने बताया कि घर से निकले बाइक सवार एक ही बात बताते हैं कि वे दवा खरीदने निकले हैं, ईलाज कराने आये है, ऐसे लोगों की संख्या 80 प्रतिशत सामने आयी लगता है कि लॉकडाउन में सब बीमार हो गया है.
कमांडो दस्ता ने शहर के स्टेट बैंक के पास सड़क पर नाकेबंदी कर रखा था. यहां से गुजरने वाले सभी को घर से निकलने के कारणों की जांच की, इसी बीच बेवजह घर से निकले मनचले की जमकर धुनाई की. धुनाई करते देखकर कई बाइक चालक युवक बाइक लेकर वापस भाग निकले. कमांडो का सख्त रवैया से कुछ ही घंटे में सड़क सूनी हो गयी.
पूर्णिया गोला चौक पर तैनात महिला पुलिस ने बेवजह सड़क पर निकले बाइक चालक की जमकर पिटाई की और बाइक को जब्त कर लिया. बाद में लॉकडाउन नियम के तहत जुर्माना के बाद घर में रहने की हिदायत के बाद छोड़ दिया. महिला पुलिस की कार्रवाई से हड़कंप मच गया.
टीपी कॉलेज पेट्रोल पम्प पर तैनात पुलिस पदाधिकारी ने शहर पर बेवजह निकले राहगीर को लाठी से खदेरते दिखे.
एसडीएम वृंदा लाल और एसडीपीओ वशी अहमद ने पूरा दिन सड़क पर निकल लोगों की खबर ली और घर में रहने की हिदायत पर छोड़ दिया.
पदाधिकारी द्वय ने शहर वासियों को सरकार के आदेश का पालन करते हुए परिवार और समाज को सुरक्षित रखने और घरों में रहने का आह्वान किया है.
डंडे और उठक-बैठक: मधेपुरा में लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने दिखाई सख्ती
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 25, 2020
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