'जब-जब गुरुओं पर अत्याचार हुआ है, तब-तब उस राजा या सरकार का नाश हुआ है': शिक्षकों का आक्रोश

राजधानी पटना में बिहार के तमाम नियोजित शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज ही नहीं बर्बरता पूर्ण पिटाई एवं पिटाई के बाद घर जाते जाते वैशाली जिला से आए शिक्षिका फुलकांति कुमारी की मौत पर शिक्षकों ने भारी आक्रोश व्यक्त किया.



प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संयुक्त सचिव सीनेट सदस्य भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा अरुण कुमार यादव, कोशी प्रमंडल के प्रमंद्लीय सचिव परमेश्वरी यादव, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष श्रीकृष्ण कुमार एवं परीक्षा सचिव संतोष किमार ने संयुक्त बयान जारी कर सरकार के द्वारा शिक्षकों पर कराए गए इस कुकृत्य की कड़ी निंदा की है. नेताओं ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण धरना कार्यक्रम किया जा रहा था इसके बाद सरकार पुलिसकर्मियों द्वारा हमला करवा कर इस कुकृत्य को अंजाम दिलवाया गया है. सरकार शिक्षकों की मांग को अलोकतांत्रिक ढंग से कुचलना चाहती है. 

नेताओं ने सरकार को आगाह किया कि समय रहते सरकार शिक्षकों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा. नेताओं ने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा है कि जब-जब गुरुओं का अपमान हुआ है, गुरु पर अन्याय और अत्याचार हुआ तब तक उस राजा या सरकार का नाश हुआ है.
'जब-जब गुरुओं पर अत्याचार हुआ है, तब-तब उस राजा या सरकार का नाश हुआ है': शिक्षकों का आक्रोश 'जब-जब गुरुओं पर अत्याचार हुआ है, तब-तब उस राजा या सरकार का नाश हुआ है': शिक्षकों का आक्रोश Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 19, 2019 Rating: 5

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