मधेपुरा जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 9 मे गुरूवार की शाम दो युवक के बीच हुए विवाद के बाद असमाजिक तत्वों के द्वारा घटना को साम्प्रदायिक रंग देने के प्रयास को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के आला अफसर ने पंहुचकर विफल कर दिया.
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता देख कर एस॰ एस॰ बी॰ बल तैनात कर मुहल्ले मे पुलिस गश्त तेज कर दिया । स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है ।प्रशासन ने घटना को लेकर शुक्रवार को सदर थाना मे एक शान्ति समिति की बैठक आयोजित कराया जिसमें दोनों समुदाय के लोग के साथ नगर परिषद के वार्ड पार्षद शामिल हुए ।
घटना की शुरुआत गुरुवार को अपराह्न में कथित शराब के नशे में दो युवक के बीच विवाद और मारपीट से हुई. दोनों युवक घटना के वाद अपने अपने घर चले गये. शाम को एक पक्ष के साथ मिलकर असमाजिक तत्वों ने घटना को साम्प्रदायिक रंग देते हुए दूसरे पक्ष के घर पर हमलाकर पथराव शुरू कर दिया.
घटना की सूचना मिलते थानाध्यक्ष सहित कंमाडो दस्ता पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे. स्थिति अनियंत्रित देखकर पुलिस ने तत्काल एसपी और डीएम को सूचना दी. तत्काल डीएम नवदीप शुक्ला एसपी संजय कुमार, एसडीएम वृन्दा लाल, एसडीपीओ वशी अहमद पुलिस बल के साथ घटनास्थल स्थल पहुँचकर मामले को नियंत्रित किया । दूसरी ओर शुक्रवार को डीएम की अध्यक्षता मे घटना को लेकर सदर थाना मे एक शान्ति समिति को बैठक की जिसमे दोनो समुदाय के लोग सहित पार्षद नेता और गण्यमान्य लोग शमिल हुए ।
बैठक में उपस्थित लोगो ने पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस को निष्क्रिय बताते हुए कहा कि असामाजिक तत्व शहर में हावी है. पुलिस को सूचना देने पर असामजिक तत्व पर कार्रवाई नहीं होती जिससे उनका मनोबल बढ़ रहा है । शहर मे शराब और नशे के तौर पर उपयोग होने वाले कफ सीरफ का धड़ल्ले से प्रयोग हो रहा है, जिसके कारण ऐसी घटना हो रही है. इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है । दोनों समुदाय के लोगो ने घटित घटना को लेकर कोई केस दर्ज नही करने का अनुरोध यह कहते हुए कहा कि दोनों समुदाय के लोग वर्षों से सौहार्द्र पूर्ण माहौल में रहते हुए आ रहे । हम लोग आपस मे मामले का सुलझा लेगे।
डीएम नवदीप शुक्ला ने दोनों समुदाय के लोगों को सम्बोधित करते कहा कि भारत मे अलग अलग समुदाय के लोग रहते हैं. देश के 95 प्रतिशत अच्छे लोग चुप रहते हैं. 5 प्रतिशत असमाजिक तत्व और अपराधी इसी का फायदा उठाते है । 5 प्रतिशत लोग के कारण ऐसी घटना होती है जिससे समाज मे सौहार्द का माहौल खराब होता है. ऐसे तत्वों पर दोनों समुदाय लोगो कि जिम्मेदारी को चिन्हित कर गुप्त रूप से प्रशासन को जानकारी दे।
उन्होने दोनों समुदाय के लोग से कहा कि गलत कार्यो को सहयोग नहीं करे. समाज को बंटने न दे और प्रशासन को सहयोग करे ।
एसपी संजय कुमार ने कहा कि ऐसी घटना से समाज मे गलत मैसेज जाता है. असमाजिक तत्व पर कड़ी कार्रवाई के प्रशासन हर पल तैयार है लेकिन प्रशासन के मदद के लिए समाज के लोग को आगे आना होगा। पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप लगाया जाता है पर पुलिस असमाजिक तत्व पर करती है तो पैरवी शुरू हो जाता है । उन्होने कहा कि पुलिस ने गुरूवार को एक पियक्कड़ को शराब के नशे मे गिरफ्तार किया तो उससे छोड़ने के लिए एक बड़े जन प्रतिनिधि का फोन आया जबकि पियक्कड़ की शराब पीने की पुष्टि हुई है ।
उन्होने दोनो समुदाय के लोगो को कहा कि दोनो समुदाय के ऐसे बीस-बीस युवक का नाम दें ताकि उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी ।
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता देख कर एस॰ एस॰ बी॰ बल तैनात कर मुहल्ले मे पुलिस गश्त तेज कर दिया । स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है ।प्रशासन ने घटना को लेकर शुक्रवार को सदर थाना मे एक शान्ति समिति की बैठक आयोजित कराया जिसमें दोनों समुदाय के लोग के साथ नगर परिषद के वार्ड पार्षद शामिल हुए ।
घटना की शुरुआत गुरुवार को अपराह्न में कथित शराब के नशे में दो युवक के बीच विवाद और मारपीट से हुई. दोनों युवक घटना के वाद अपने अपने घर चले गये. शाम को एक पक्ष के साथ मिलकर असमाजिक तत्वों ने घटना को साम्प्रदायिक रंग देते हुए दूसरे पक्ष के घर पर हमलाकर पथराव शुरू कर दिया.
घटना की सूचना मिलते थानाध्यक्ष सहित कंमाडो दस्ता पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे. स्थिति अनियंत्रित देखकर पुलिस ने तत्काल एसपी और डीएम को सूचना दी. तत्काल डीएम नवदीप शुक्ला एसपी संजय कुमार, एसडीएम वृन्दा लाल, एसडीपीओ वशी अहमद पुलिस बल के साथ घटनास्थल स्थल पहुँचकर मामले को नियंत्रित किया । दूसरी ओर शुक्रवार को डीएम की अध्यक्षता मे घटना को लेकर सदर थाना मे एक शान्ति समिति को बैठक की जिसमे दोनो समुदाय के लोग सहित पार्षद नेता और गण्यमान्य लोग शमिल हुए ।
बैठक में उपस्थित लोगो ने पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस को निष्क्रिय बताते हुए कहा कि असामाजिक तत्व शहर में हावी है. पुलिस को सूचना देने पर असामजिक तत्व पर कार्रवाई नहीं होती जिससे उनका मनोबल बढ़ रहा है । शहर मे शराब और नशे के तौर पर उपयोग होने वाले कफ सीरफ का धड़ल्ले से प्रयोग हो रहा है, जिसके कारण ऐसी घटना हो रही है. इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है । दोनों समुदाय के लोगो ने घटित घटना को लेकर कोई केस दर्ज नही करने का अनुरोध यह कहते हुए कहा कि दोनों समुदाय के लोग वर्षों से सौहार्द्र पूर्ण माहौल में रहते हुए आ रहे । हम लोग आपस मे मामले का सुलझा लेगे।
डीएम नवदीप शुक्ला ने दोनों समुदाय के लोगों को सम्बोधित करते कहा कि भारत मे अलग अलग समुदाय के लोग रहते हैं. देश के 95 प्रतिशत अच्छे लोग चुप रहते हैं. 5 प्रतिशत असमाजिक तत्व और अपराधी इसी का फायदा उठाते है । 5 प्रतिशत लोग के कारण ऐसी घटना होती है जिससे समाज मे सौहार्द का माहौल खराब होता है. ऐसे तत्वों पर दोनों समुदाय लोगो कि जिम्मेदारी को चिन्हित कर गुप्त रूप से प्रशासन को जानकारी दे।
उन्होने दोनों समुदाय के लोग से कहा कि गलत कार्यो को सहयोग नहीं करे. समाज को बंटने न दे और प्रशासन को सहयोग करे ।
एसपी संजय कुमार ने कहा कि ऐसी घटना से समाज मे गलत मैसेज जाता है. असमाजिक तत्व पर कड़ी कार्रवाई के प्रशासन हर पल तैयार है लेकिन प्रशासन के मदद के लिए समाज के लोग को आगे आना होगा। पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप लगाया जाता है पर पुलिस असमाजिक तत्व पर करती है तो पैरवी शुरू हो जाता है । उन्होने कहा कि पुलिस ने गुरूवार को एक पियक्कड़ को शराब के नशे मे गिरफ्तार किया तो उससे छोड़ने के लिए एक बड़े जन प्रतिनिधि का फोन आया जबकि पियक्कड़ की शराब पीने की पुष्टि हुई है ।
उन्होने दोनो समुदाय के लोगो को कहा कि दोनो समुदाय के ऐसे बीस-बीस युवक का नाम दें ताकि उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी ।
प्रशासन की तत्परता से मधेपुरा शहर में एक बड़ा हादसा टला
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 22, 2019
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