कोशी और मधेपुरा का इलाका प्रतिभा के क्षेत्र में भी बेहद उर्वर है और कई प्रतिभाएं तो ऐसी कि उन्हें लेकर बड़े सपने पालना भी बिलकुल ही जायज है.
मधेपुरा जिला मुख्यालय के वार्ड नं. 18 की शिवाली भी इन दिनों अपनी गायिकी के दम पर संगीत प्रेमियों की पसंद बनती जा रही है. होली और मधेपुरा टाइम्स की ९वीं वर्षगाँठ के अवसर पर टाइम्स स्टूडियो में शिवाली ने अपनी बेहतरीन आवाज से शमां बाँध दिया.
01 फरवरी 2005 को मधेपुरा में ही जन्म ली शिवाली के पिता संजय कुमार दिनकर ने बचपन में ही शिवाली की प्रतिभा को पहचाना और 06 वर्ष की आयु से ही संगीत की शिक्षा देनी शुरू की. मधेपुरा के उम्दा संगीत शिक्षक प्रो० अरूण कुमार बच्चन ने शिवाली को संगीत की शिक्षा दी और फिर शिवाली में जबरदस्त निखार आना शुरू हुआ. मंचों पर जब शिवाली की सुर की नदिया बहने लगी तो दर्शकों की तालियाँ गूंजने लगी.
फिर सफलता मिलने का सफ़र भी शुरू हुआ और दो वर्ष सिंहेश्वर महोत्सव, गोपाष्टमी महोत्सव, बिहार दिवस, मधेपुरा जिला स्थापना दिवस, सुपौल जिला स्थापना दिवस समेत कई कार्यक्रमों में शिवाली ने उम्दा प्रदर्शन कर अपने को स्थापित कर लिया. शिवाली का सपना एक बड़ी सिंगर बन कर मधेपुरा का नाम उंचाई पर ले जाना है.
मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से उभरी गायिका शिवाली को आगे बढ़ने की शुभकामनाएँ.
शिवाली के गाये 'इन आँखों की मस्ती के' सुनने के लिए यहाँ क्लिक करें.
'लग जा गले' शिवाली की आवाज में सुनें, यहाँ क्लिक करें.

01 फरवरी 2005 को मधेपुरा में ही जन्म ली शिवाली के पिता संजय कुमार दिनकर ने बचपन में ही शिवाली की प्रतिभा को पहचाना और 06 वर्ष की आयु से ही संगीत की शिक्षा देनी शुरू की. मधेपुरा के उम्दा संगीत शिक्षक प्रो० अरूण कुमार बच्चन ने शिवाली को संगीत की शिक्षा दी और फिर शिवाली में जबरदस्त निखार आना शुरू हुआ. मंचों पर जब शिवाली की सुर की नदिया बहने लगी तो दर्शकों की तालियाँ गूंजने लगी.
फिर सफलता मिलने का सफ़र भी शुरू हुआ और दो वर्ष सिंहेश्वर महोत्सव, गोपाष्टमी महोत्सव, बिहार दिवस, मधेपुरा जिला स्थापना दिवस, सुपौल जिला स्थापना दिवस समेत कई कार्यक्रमों में शिवाली ने उम्दा प्रदर्शन कर अपने को स्थापित कर लिया. शिवाली का सपना एक बड़ी सिंगर बन कर मधेपुरा का नाम उंचाई पर ले जाना है.
मधेपुरा टाइम्स परिवार की ओर से उभरी गायिका शिवाली को आगे बढ़ने की शुभकामनाएँ.
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(वि. सं.)
शिवाली: उभरती गायिका ने महज 14 साल की उम्र में गायिकी के क्षेत्र में बना ली पहचान
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 22, 2019
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