'नेता को सड़क पर चलना चाहिए ना कि हवा में': मुख्यमंत्री को सड़क मार्ग से पचरासी आने का सुझाव

मधेपुरा जिले के चौसा प्रखंड के लौआलागान के पचरासी स्थान में बाबा विशु राउत मंदिर के उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार के द्वारा करने की  संभावना को लेकर सड़क की समस्या से जूझ रहे लोगो का कहना है कि मुख्यमंत्री  हेलीकॉप्टर से नहीं सड़क के मार्ग से  पचरासी स्थान पहुंचे जिससे  लोगों की दुख और समस्या मुख्य मंत्री को समझ मे आए । 


मालूम हो कि बीते दिन जिला से अधिकारियों का महकमा चौसा प्रखंड के लौआलगान के पचरसी स्थान मुख्यमंत्री के द्वारा बाबा विशु राउत मंदिर का उद्घाटन करने की संभावना को लेकर  विधिव्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचा था. खबर प्रकाशित हुई थी जिसके बाद लोगो में कई तरह की बातें हो रही है। 

शम्भू प्रसाद सिंह कहते हैं कि बड़ी खुशी की बात है लेकिन मेरा कहना है कि माननीय मुख्य न्यायाधीश मधेपुरा जिला की सड़कों को देख कर उन्होंने कहा कि मैं वैतरणी पार करके आया हूं. इसलिए माननीय मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय मधेपुरा से सड़क मार्ग से बाबा विशु राउत स्थान पचरासी पहुंचे और अपने विकास की गंगा वैतरणी  देख ले, जिसमें यहां की जनता रोज गोते लगाती है। जहां मुख्यमंत्री का वादा था कि किसी भी गांव से राजधानी पहुंचने में महज 6 घंटे लगेंगे ऐसी सड़क बना लूंगा लेकिन यहां तो चौसा प्रखंड के लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने में 3 से 4 घंटे लग जाते हैं. यही है विकास की गंगा। 

वहीं प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि आज मुख्यमंत्री का आगमन हो रहा है तो जिला के तमाम अधिकारी इस सड़क को आए और निर्देश दिए कि इस को जल्द ठीक कर लिया जाए लेकिन इतने दिनों से यहां की आम लोग इस सड़क से परेशान हैं तो जिला अधिकारी को उनकी परेशानी नजर नहीं आई लेकिन मुख्यमंत्री के आने के बाद इस सड़क की ठीक करने की बात सामने आ गई। विनय कुमार ने कहा कि माननीय मुख्य न्यायाधीश कुछ घंटों के लिए मधेपुरा की सड़कों पर चले और उन्होंने कहा कि मैं वैतरणी पार कर गया लेकिन इस सड़क पर सैकड़ो बार यहां के सांसद यहां के विधायक और प्रतिनिधि का आवागमन होता है पर वैतरणी नजर नहीं आई। बड़े ही शर्म की बात है यहां के सड़क का संज्ञान हाई कोर्ट को लेना पड़ा । मैं कहना चाहूँगा कि मुख्यमंत्री जी हेलीकॉप्टर से आ रहे हैं उनको भी इसी मुख्य मार्ग से होकर आना चाहिए। 

मोहम्मद गुलजार कहते हैं कि जब से नेता लोग हेलीकॉप्टर से सफर करने लगे तो यहां की सड़कों की हालत हो गई है कि पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क. इसलिए नेता को सड़क पर चलना चाहिए ना कि हवा में।
'नेता को सड़क पर चलना चाहिए ना कि हवा में': मुख्यमंत्री को सड़क मार्ग से पचरासी आने का सुझाव 'नेता को सड़क पर चलना चाहिए ना कि हवा में': मुख्यमंत्री को सड़क मार्ग से पचरासी आने का सुझाव Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 12, 2019 Rating: 5

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