माननीय उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति एपी शाही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को व्यवहार न्यायालय पहुंचे. जिन्होंने न्यायालय का निरीक्षण किया. इसके बाद जिला विधिज्ञ संघ द्वारा उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया.
वकालतखाना में आयोजित विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद मंडल की अध्यक्षता एवं अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार झा उर्फ बच्चन झा के संचालन में आयोजित समारोह में उनका मिथिला परंपरा के अनुरूप स्वागत किया गया. इस मौके पर अधिवक्ताओं ने सम्मान के साथ न्यायमूर्ति को अपनी समस्याओं से अवगत कराया. अपने संबोधन में श्री शाही ने अधिवक्ताओं के मांग को पूरा करने का भरोसा दिलाया. कहा कि न्यायालय निरीक्षण दौरान उसने एक पुराने मुकदमे के कागजात को जीर्ण शीर्ण अवस्था में पाया. जिसके संबंध में न्यायिक पदाधिकारी से जानकारी प्राप्त किया.
कहा कि न्यायालय के रिकार्ड सुरक्षित रखने के लिए रिकार्ड रूम की स्थापना की जायेगी. कहा कि निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि 20 वीं सदी के कई फौजदारी मामलों में गवाही पूरी नहीं हुई है. वहीं कई मामलों में पुलिस रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है. कहा कि समस्या के बाबत त्वरित गति से कार्य होगा. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के ऑनलाइन व्यवस्था कराने की बात कही. अधिवक्ताओं से कहा कि वे लोग आगामी 10 वर्षों का विजन प्लान बनायें. जिसमें उनका अपेक्षित सहयोग रहेगा. उन्होंने दयनीय व्यवस्था को सराहनीय व्यवस्था में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया.
अधिवक्ताओं ने रखी मांग
समारोह में चीफ जस्टिस के समक्ष अधिवक्ताओं ने अपनी समस्याओं से अवगत कराते कई मांगों को रखा. जिसमें धारा 89 सीपीसी के दोनों पक्षों को सुलह कराने के लिये अधिनियम का अनुपालन करने की मांग रखी. स्वच्छता दिवस के दिन जिला जज को पब्लिक शिकायत सुनने का अवसर दिने जाने, वकालतखाना एवं न्यायालय हॉल के बीच बंद द्वार को खोलने, शिक्षक अपीलीय प्राधिकार का न्यायालय परिसर में करने, पूर्णकालिक दिवानी न्यायालय की व्यवस्था करने, फ्रेंकिंग मशीन की व्यवस्था करने आदि मांगों को रखा.
इससे पूर्व चीफ जस्टिस वीरपुर कोर्ट का भी निरीक्षण किया और साथ ही नेपाल स्थित कोसी बराज का भी भ्रमण किया. बाद में उन्होंने जुवेनाइल कोर्ट का भी निरीक्षण किया और मधेपुरा के लिए प्रस्थान कर गए.
इस मौके पर जिला जज सुरेंद्र प्रसाद पांडेय, डीएम बैद्यनाथ यादव, एसपी मृत्यंजय कुमार चौधरी, एडीएजे प्रथम आलोक राज, एडीजे द्वितीय अशोक कुमार सिंह, एसडीजेएम, सीजेएम, एसीजेएम, सिविल जज, अधिवक्ता संजय कुमार सिंह, अरविंद लाल दास, ब्रजेश कुमार सिंह, बमबम साहू, शैलेंद्र प्रताप सिंह, ललित कुमार झा, कमल नारायण यादव, विरेंद्र सिंह, शंकर सिंह, एके सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे.

कहा कि न्यायालय के रिकार्ड सुरक्षित रखने के लिए रिकार्ड रूम की स्थापना की जायेगी. कहा कि निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि 20 वीं सदी के कई फौजदारी मामलों में गवाही पूरी नहीं हुई है. वहीं कई मामलों में पुलिस रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुआ है. कहा कि समस्या के बाबत त्वरित गति से कार्य होगा. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के ऑनलाइन व्यवस्था कराने की बात कही. अधिवक्ताओं से कहा कि वे लोग आगामी 10 वर्षों का विजन प्लान बनायें. जिसमें उनका अपेक्षित सहयोग रहेगा. उन्होंने दयनीय व्यवस्था को सराहनीय व्यवस्था में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया.
अधिवक्ताओं ने रखी मांग
समारोह में चीफ जस्टिस के समक्ष अधिवक्ताओं ने अपनी समस्याओं से अवगत कराते कई मांगों को रखा. जिसमें धारा 89 सीपीसी के दोनों पक्षों को सुलह कराने के लिये अधिनियम का अनुपालन करने की मांग रखी. स्वच्छता दिवस के दिन जिला जज को पब्लिक शिकायत सुनने का अवसर दिने जाने, वकालतखाना एवं न्यायालय हॉल के बीच बंद द्वार को खोलने, शिक्षक अपीलीय प्राधिकार का न्यायालय परिसर में करने, पूर्णकालिक दिवानी न्यायालय की व्यवस्था करने, फ्रेंकिंग मशीन की व्यवस्था करने आदि मांगों को रखा.
इससे पूर्व चीफ जस्टिस वीरपुर कोर्ट का भी निरीक्षण किया और साथ ही नेपाल स्थित कोसी बराज का भी भ्रमण किया. बाद में उन्होंने जुवेनाइल कोर्ट का भी निरीक्षण किया और मधेपुरा के लिए प्रस्थान कर गए.
इस मौके पर जिला जज सुरेंद्र प्रसाद पांडेय, डीएम बैद्यनाथ यादव, एसपी मृत्यंजय कुमार चौधरी, एडीएजे प्रथम आलोक राज, एडीजे द्वितीय अशोक कुमार सिंह, एसडीजेएम, सीजेएम, एसीजेएम, सिविल जज, अधिवक्ता संजय कुमार सिंह, अरविंद लाल दास, ब्रजेश कुमार सिंह, बमबम साहू, शैलेंद्र प्रताप सिंह, ललित कुमार झा, कमल नारायण यादव, विरेंद्र सिंह, शंकर सिंह, एके सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे.
'आगामी 10 वर्षों का विजन प्लान बनायें": मुख्य न्यायाधीश ने सुपौल में कहा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 28, 2018
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