नगर पंचायत की उदासीनता के कारण लोगों ने घर में या जलकुंभी भरे जल में मनाया छठ

डीएम के पूर्व निरीक्षण के बावजूद नहीं हुई सफाई 
सूर्य उपासना का महापर्व छठ अटल आस्था के रूप में सौहार्दपूर्ण वातावरण में जिले भर में मनाया गया.

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत घाटों की सफाई में प्रशासनिक एवं नगर पंचायत की उदासीनता के कारण लोगों ने इस बार घर-आंगन और छत पर ही छोटे तालाब का रूप देकर सूर्य देव की पूजा अर्चना की. 

नगर पंचायत द्वारा पिछले कई वर्षों से कचरे की डंपिंग बैगा नदी में होने से बहुत सारे लोगों ने नदी में बने सरकारी घाटों एवं नदी की सफाई नहीं होने से अपने अपने घर, आंगन  और दरवाजे, छत पर  मनाया. वहीं कुछ मुहल्लों में विद्यालय प्रांगण के अंतर्गत गड्ढे खोदकर छठ मनाए गए. मुरलीगंज गोपाल गौशाला के अध्यक्ष एवं सचिव एवं इंदर चंद बोथरा ने जानकारी देते हुए बताया कि गौशाला परिसर के अंतर्गत स्थित पोखर की सफाई करवाकर  छठ पूजा मनाई गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश में स्वच्छता मिशन चला रहे हैं, साथ ही नदी-तालाबों की सुरक्षा और सफाई की बात करते हैं, पर मुरलीगंज नगर पंचायत प्रधानमंत्री के इस मिशन को ठेंगा दिखाने में लगी है. 

इसका ताजा उदाहरण शहर के पश्चिम बेंगा नदी में देखने को मिला रहा है, जहा छठ पूजा के अवसर पर गंदे पानी के बीच गुरुवार को डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया गया. हर साल की तरह इस साल भी समाज बैंगा नदी के किनारे घाट में छठ की पूजा कर रहा है, पर नगर पंचायत एवं प्रशासनिक  उदासीनता के कारण बैंगा नदी में न तो तरीके से घाट बना है और न ही नदी की सफाई हुई है. जलकुंभी से भरे नदी की सफाई नहीं होने से, वहीं पानी में उतरकर सूर्य को अर्घ्‍य देने वाली व्रती महिलाओं ने इस बार पानी में डुबकी लगाए बिना ही घाट किनारे खड़े होकर सूर्य को अर्ध्य दिया. 
नगर पंचायत की उदासीनता के कारण लोगों ने घर में या जलकुंभी भरे जल में मनाया छठ नगर पंचायत की उदासीनता के कारण लोगों ने घर में या जलकुंभी भरे जल में मनाया छठ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 14, 2018 Rating: 5

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