मधेपुरा में आयोजित राष्ट्रीय वर्कशॉप में सम्राट अशोक के शिलालेखों का हो रहा है अध्ययन

मधेपुरा में राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन, सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली एव बीएन मंडल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 21 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में विभिन्न प्राचीन लिपियों को सिखाया जा रहा है.


राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन की ओर से विशेषज्ञ के रूप में पधारे राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, अगरतल्ला, त्रिपुरा के सहायक आचार्य डा० उत्तम सिंह ने अशोक के शिलालेखों को डीकोड करते हुए कहा कि सम्राट अशोक को प्रियदर्शी राजा की संज्ञा दी गई थी. उन्होंने बताया कि अशोक ने अपने शिलालेखों में अहिंसा पर पूरा जोर देते हुए अपने सम्राज्यों में सैकड़ों शिलालेख पत्थरों पर खुदवाये.

ज्ञातव्य हो कि कार्यशाला में सबसे प्राचीन लिपि ब्राह्यी लिपि में लिखी गयी. अशोक के संदेशों को सभी प्रतिभागियों से पढ़ाया गया. कार्यशाला में अशोक के प्रथम शिलालेख जो गुजरात के जूनागढ़ में खुदवाये गये, जिसे गिरनार का शिलालेख कहा जाता है. कार्यशाला में पावर प्वाइंट के माध्यम से स्तम्भ लेख, लौह लेख, ताम्र लेख, चित्र चित्र लिपियाँ, वस्त्र पट, चर्म पत्र, कागजीया पांडुलिपियाँ आदि को विस्तार से बताया गया.

राष्ट्रीय कार्यशाला के छठे दिन दूसरे सत्र में डा० उत्तम ने प्राचीन नागरी के इतिहास एवं वर्णमाला से परिचित कराया. उन्होंने प्राचीन नागरी का परिचय कराते हुए कहा कि नगर-नगर में लिखी जाने वाली लिपियों को प्राचीन नागरी कहा गया है. फिर उन्होंने देव नागरी लिपि की व्याख्या करते हुए कहा कि कालांतर में संस्कृत को देव भाषा की संज्ञा दी गई जो प्राचीन नागरी में लिखे जाने के कारण वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देवनागरी लिपि प्रचलित हुई.

कार्यशाला में मुख्य रूप से पहुचे बी.एन.एम.भी. कॉलेज, साहुगढ़, मधेपुरा के प्रधानाचार्य डा० किशोर कुमार, विज्ञान संकायाध्यक्ष डा० अरूण कुमार मिश्रा, टी.एम. भागलपुर विवि पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान के पूर्व निदेशक डा० बसंत कुमार चौधरी, कार्यशाला संगठन सचिव डा० अशोक कुमार, डा० नरेश कुमार, कार्यशाला इवेंट मैनेजर पृथ्वीराज यदुवंशी, कार्यशाला कोषाध्यक्ष सिद्धू कुमार के अलावे अंजली कुमारी, सोनम सिंह, सुनीता भारती, रश्मि कुमारी, शोभा कुमारी, शंकर, सोनू, शिवनंदन मंडल, पवन दास, अनमोल, अंशू, अरविंद विश्वास, डा० अरूण, जय प्रकाश भारती समेत दर्जनों प्रतिभागी उपस्थित रहे. 
मधेपुरा में आयोजित राष्ट्रीय वर्कशॉप में सम्राट अशोक के शिलालेखों का हो रहा है अध्ययन मधेपुरा में आयोजित राष्ट्रीय वर्कशॉप में सम्राट अशोक के शिलालेखों का हो रहा है अध्ययन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 22, 2018 Rating: 5

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