मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को पूरी तरह लागू न किये जाने की ज़ाहिर की चिंता: लखनऊ में मनाई बीपी मंडल जयंती
शनिवार को जहाँ पूरे देश में जगह जगह मंडल जयंती का सफल आयोजन हुआ वहीँ लखनऊ के उर्दू अकादमी में सामाजिक न्याय संगठन, सामाजिक न्याय मोर्चा और सोशलिस्ट आँगन के बैनर तले रामस्वरूप वर्मा और बीपी मंडल की जयंती मनाई गई।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सुखदेव राजभर जी थे और साथ में कई जाने माने पत्रकार, प्रोफेसर, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ताओं का मंच पर जमावड़ा भी था।
इस कार्यक्रम में सभी वक़्ताओं ने मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को पूरी तरह लागू न किये जाने की चिंता ज़ाहिर की. साथ ही पिछडा-दलित-अल्पसंख्यक समाज के खिलाफ आरएसएस-भाजपा के षडयंत्र पर भी बात रखी। आरएसएस-भाजपा की पिछड़ो के प्रति नीति पर ज़्यादातर वक्ताओ ने एक स्वर में कहा कि पिछड़े समाज की सबसे ज्यादा विरोधी पार्टी भाजपा ही है।
इस कार्यक्रम में उन सभी क्षेत्रीय दलों की आलोचनाओं हुई जिनकी राजनीति या यूँ कहें कि जिन्होंने मंडल की राजनीति के दम पर ही कई बार सत्ता का सुख भोगने का मौक़ा मिला लेकिन पिछड़े समाज का सम्पूर्ण उत्थान फिर भी सम्भव न हो सका।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. रतन लाल ने कहा कि अखिलेश और मायावती ने एक्सप्रेसवे बनाकर लखनऊ से दिल्ली की दूरी छ: घंटे तो कम कर दी लेकिन मुझे इंतज़ार है कि सामाजिक न्याय एक्सप्रेसवे कब बनेगा? जिसपर चलकर दलित-पिछड़े-पासमांदा अपना संवैधानिक हक लेंगे।
वही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सूरज यादव मंडल (बीपी मंडल जी के प्रपौत्र) ने मंडल जयंती पर मनुवादियों द्वारा शुद्धिकरण की ओर ध्यान खींचते हुए कहा कि अखिलेश यादव के सत्ता से बेदख़ल होने के बाद आठ दिनों तक मुख्यमंत्री आवास का शुद्धिकरण होता रहा बस इसलिये क्योंकि अखिलेश शूद्र थे। इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी कि हमारे समाज को इस तरह से मनुवादी लोग लगातार ज़लील करते रहे हैं?
कार्यक्रम में वक्ताओं ने सामाजिक न्याय के प्रति बहुजन समाज को लगातार जागरूक कर रहे मनोज सोशलिस्ट यादव का शुक्रिया कहा जिन्होंने इस कार्यक्रम का सफल आयोजन कराया। साथ ही इनके साथी अंकुश यादव, मैत्रेय गौतम, गोरखनाथ यादव, सचेन्द्र प्रताप यादव जैसे युवाओं का भी शुक्रिया कहा जिन्होंने अपना जीवन सामाजिक न्याय की अवधारणा को साकार करने के लिये समर्पित कर दिया है। (वि. सं.)
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री सुखदेव राजभर जी थे और साथ में कई जाने माने पत्रकार, प्रोफेसर, लेखक, सामाजिक कार्यकर्ताओं का मंच पर जमावड़ा भी था।
इस कार्यक्रम में सभी वक़्ताओं ने मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को पूरी तरह लागू न किये जाने की चिंता ज़ाहिर की. साथ ही पिछडा-दलित-अल्पसंख्यक समाज के खिलाफ आरएसएस-भाजपा के षडयंत्र पर भी बात रखी। आरएसएस-भाजपा की पिछड़ो के प्रति नीति पर ज़्यादातर वक्ताओ ने एक स्वर में कहा कि पिछड़े समाज की सबसे ज्यादा विरोधी पार्टी भाजपा ही है।
इस कार्यक्रम में उन सभी क्षेत्रीय दलों की आलोचनाओं हुई जिनकी राजनीति या यूँ कहें कि जिन्होंने मंडल की राजनीति के दम पर ही कई बार सत्ता का सुख भोगने का मौक़ा मिला लेकिन पिछड़े समाज का सम्पूर्ण उत्थान फिर भी सम्भव न हो सका।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. रतन लाल ने कहा कि अखिलेश और मायावती ने एक्सप्रेसवे बनाकर लखनऊ से दिल्ली की दूरी छ: घंटे तो कम कर दी लेकिन मुझे इंतज़ार है कि सामाजिक न्याय एक्सप्रेसवे कब बनेगा? जिसपर चलकर दलित-पिछड़े-पासमांदा अपना संवैधानिक हक लेंगे।
वही दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. सूरज यादव मंडल (बीपी मंडल जी के प्रपौत्र) ने मंडल जयंती पर मनुवादियों द्वारा शुद्धिकरण की ओर ध्यान खींचते हुए कहा कि अखिलेश यादव के सत्ता से बेदख़ल होने के बाद आठ दिनों तक मुख्यमंत्री आवास का शुद्धिकरण होता रहा बस इसलिये क्योंकि अखिलेश शूद्र थे। इससे ज्यादा शर्म की बात क्या होगी कि हमारे समाज को इस तरह से मनुवादी लोग लगातार ज़लील करते रहे हैं?
कार्यक्रम में वक्ताओं ने सामाजिक न्याय के प्रति बहुजन समाज को लगातार जागरूक कर रहे मनोज सोशलिस्ट यादव का शुक्रिया कहा जिन्होंने इस कार्यक्रम का सफल आयोजन कराया। साथ ही इनके साथी अंकुश यादव, मैत्रेय गौतम, गोरखनाथ यादव, सचेन्द्र प्रताप यादव जैसे युवाओं का भी शुक्रिया कहा जिन्होंने अपना जीवन सामाजिक न्याय की अवधारणा को साकार करने के लिये समर्पित कर दिया है। (वि. सं.)
मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को पूरी तरह लागू न किये जाने की ज़ाहिर की चिंता: लखनऊ में मनाई बीपी मंडल जयंती
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 27, 2018
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