कॉलेज कर्मचारियों की हड़ताल से काम काज बाधित, विश्वविद्यालय में भी धरना


भूपेन्द्र ना मंडल विश्वविद्यालय और क्षेत्राधिकार के सभी अँगीभूत कालेजों के कर्मचारी प्रांतीय संगठन के आह्वान पर 29 जुलाई तक के लिये हड़ताल पर चले गये हैं ।


विश्वविद्यालय मुख्यालय में धरना पर बैठे प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष त्रिभुवन प्र सिंह, मंत्री सुशील कुमार विश्वकर्मा एवम सीनेट सदस्य प्रमोद कुमार ने बताया कि  सेवा निवृत होने कि उम्र सीमा कॊ बढ़ा कर शिक्षकों के समान 65 वर्ष करने और सप्तम पुनिरिक्षित वेतनमान लागू करने की  हमारी पुरानी माँग है । इसके लिये बार बार अल्टीमेटम देने के बाद भी जब सरकार राजी नही हुई तो हम प्रांतीय संगठन के आह्वान पर सोमवार से हड़ताल पर है जो 29 जुलाई तक जारी रहेगा । इसके अतिरिक्त इसके अतिरिक्त हमारी अन्य माँगे हैं, अनुकम्पा पर नियुक्त कर्मियों कॊ नियमित वेतन भुगतान, बकाये का भुगतान आदि इसके बावजूद अगर सरकार नही मानती है तो हम विवश होकर अगस्त माह से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे ।

      इस हड़ताल की वजह से विश्वविद्यालय और कालेजों में विभिन्न कार्यों से आये छात्र  एवम अभिभावक मायूस होकर लौटे ।कालेजों में अभी नामांकन का दौर शुरू ही होने वाला था कि  अचानक इस हड़ताल का ब्रेक लग गया ।नामांकन के अतिरिक्त इंटर का सूचीकरण पत्र जमा कराने ,सी एल सी लेने आदि के लिये भी छात्र  बिलबिलाते रहे। 

दूसरी और सत्र नियमितीकरण का कुलपति के अभियान कॊ भी बड़ा धक्का लगा है । अभी इस हड़ताल की वजह से स्नातक के विभिन्न खंडों का पुनर्मूल्यांकन का कार्य भी बाधित हो रहा है । परीक्षा नियंत्रक के अनुसार पुनर्मूल्यांकन के बाद ही स्नातक के विभिन्न खंडों कि परीक्षा की तिथि प्रकाशित हो पायेगी । लिहाजा कुलपति का बहु प्रशंसित सत्र नियमितीकरण का अभियान भी प्रभावित हो रहा है । 

बहरहाल इस हड़ताल कॊ लेकर धरना पर बैठे कर्मचारी नेताओ के पास सहानुभूति प्रदर्शित करने विभिन्न संघों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त कुलसचिव, कुलानुशासक आदि भी धरना स्थल पर आये ।

कॉलेज कर्मचारियों की हड़ताल से काम काज बाधित, विश्वविद्यालय में भी धरना कॉलेज कर्मचारियों की हड़ताल से काम काज बाधित, विश्वविद्यालय में भी धरना Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 24, 2017 Rating: 5
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