मधेपुरा
जिले के पुरैनी प्रखंड के मकदमपुर पंचायत अन्तर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय फुलपुर
में ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में व्याप्त अनियमितता व शिक्षकों के खिलाफ आवाज
उठाना महंगा पड़ गया है.
क्योंकि
विद्यालय के एचएम ने थाने में लिखित आवेदन देकर पंसस पति सहित कुछ लोगों पर
रंगदारी मांगने व जान से मार देने की धमकी देने से संबंधित आवेदन देकर कारवाई की
मांग की है । वहीं इस पूरे प्रकरण से ग्रामीण व विद्यालय में पदस्थापित शिक्षकों
के बीच तनाव व्याप्त है । दोनों पक्षों के द्वारा एक-दूसरे पर लगाए जा रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच गांव में तनाव
का माहौल इस कदर हावी है कि कभी भी दो पक्षों में भिड़त हो सकता है।
क्या
है मामला: पंसस पति शालीग्राम शर्मा और कमलेश साह सहित दर्जनों ग्रामीणों
ने विद्यालय में नियमित पठन-पाठन न होने से क्षुब्ध होकर विद्यालय में व्याप्त
अनियमितता व बदहाली के खिलाफ बीईओ, प्रमुख
और डीएम को आवेदन देकर विद्यालय के व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए आवेदन दिया है
। इतना ही नहीं पंसस पति के द्वारा आरटीआई से भी विद्यालय में चल रहे मध्याह्न
भोजन, छात्रवृति पोषाक राशि, विकास मद आदि
के संदर्भ में सूचना मांगी है । वहीं पदाधिकारियों को दिये गये आवेदन में कहा गया
है कि स्थानीय शिक्षक संजीव कुमार सुमन और शिक्षिका रंजन कुमारी सात साल से
विद्यालय में जमे हुए हैं और नियमित रूप से विद्यालय में समय पर पठन-पाठन में भाग
नहीं लेते हैं । उक्त दोनों शिक्षकों का स्थानांनतरण अविलंब दूसरे विद्यालय में
किये जाने की मांग ग्रामीणों ने प्रखंड प्रमुख सह प्रखंड नियोजन इकाई की अध्यक्ष
सविता कुमारी से किया था। इसके बाद शालीग्राम शर्मा ने 2012 से अद्यतन विद्यालय के सभी सरकारी राशि खर्च का ब्योरा सूचना
के अधिकार के तहत मांगा है ।
इसके
बाद शिकायतकर्ता और विद्यालय के प्रभारी एचएम मनोज यादव के बीच काफी बात बिगड़ने
लगी गांव की स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब प्रभारी एचएम मनोज यादव ने शिकायत
कर्ता शालीग्राम शर्मा, कमलेश साह सहित कई अन्य ग्रामीणों पर दो
लाख रूपये की रंगदारी मांगने की बात को लेकर पुरैनी थाना में आवेदन दे दिया। इसके
बाद से गांव के ही निवासी शिक्षक के परिजनों और ग्रामीण दो गुट में बंट चुके हैं।
गांव के ग्रामीण अब सकते में हैं कि क्या होगा ? बहरहाल
ग्रामीणों ने पुलिस व संबंधित विभाग के अधिकारियों पर निष्पक्ष जांच करते हुए
कार्रवाई करने की गुहार लगाई है । वहीं इस बाबत
पुरैनी थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन ने बताया कि मामले की जांच विभागीय
पदाधिकारियों और स्वयं विद्यालय पहुंचकर करने के उपरान्त ही आवश्यक कारवाई की
जाएगी।
स्कूल के खिलाफ आवाज उठाना पड़ा महंगा, एचएम ने लगाया रंगदारी का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
July 24, 2017
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