मधेपुरा जिले के फुलौत ओपी पर हुए ग्रामीणों का हमला और तोड़फोड़ भले ही मधेपुरा पुलिस अधीक्षक की सूझबूझ और ओपी प्रभारी को मौके पर ही सस्पेंड कर देने के बाद शांत हो गया हो, पर घटना के कारणों की तह में जाना जरूरी है.फुलौत में पुलिस की कार्यशैली को लेकर पिछले एक सप्ताह से लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा था जो अपहृत शंहशाह के शव को मिलने के बाद एका एक फूट पड़ा जिसका खमियाजा पुलिस सहित थाना में रखे समानों को तोड़ा गया. लोग इतने आक्रोशित थें कि किसी भी समान पर एवं पुलिस की वर्दी वाले को देखना पसंद नहीं कर रहे थे. इसका नजारा थाना परिसर में बिखरे पड़े समान फर्नीचर गोदरेज, सहित वाहन से लगाया जा सकता है.
मृतक शहंशाह के पिता जनार्दन चौधरी ने बताया
कि 18 अप्रैल को भोली चौधरी की पत्नी काजल देवी का अपहरण हो गया था. उसमें उनके पुत्र शहंशाह चौधरी को भी लड़की की खोजबीन करने को लड़की के परिजनों ने कहा था. दूसरे दिन लड़की मिल भी गई
थी. लड़की वालों के द्वारा कहा गया कि शहंशाह का भी नाम लड़की के अपहरण में दिया गया है । पर लड़की मिल जाने के बाद स्थानीय पुलिस को मैनेज कर सामाजिक पंचायत कर मामले को रफा दफा कर दिया गया. परन्तु 19 अप्रैल को दिन के दो बजे जब शहंशाह अपने खेत देखने गया तो फिर घर लौटकर नहीं आया. खोजबीन करने के उपरान्त जब शहंशाह का पता नहीं चल पाया तो पिता थाने में आवेदन देने गए तो प्रभारी थानाअध्यक्ष बृजबिहारी राय उल्टे डांट डपट करके भगा दिया कि अपने बेटा को बाहर भेज दिऐ हो और झूठा मामला दर्ज कराकर लोगों को फंसाना चाहते हो । इसबीच लगातार थाना आकर अपनी पुत्र की बरामदगी हेतु गुहार लगाये एवं आवेदन दिया. मृतक के पिता के मुताबिक उसे चीर कर फैंक दिया गया. इसके बाद दूसरा आवेदन थाने में जबरदस्ती लिखवाकर रख लिया गया. जब डी एस पी आये और मामले की जानकारी जब मैंने दिया तो थाना में वे डांट-डपटकर दूसरा आवेदन 22 अप्रैल को दर्ज किया. वहीं 25 अप्रैल को सुबह अभियुक्त संजीत मंडल को गिरफ्तार किया गया.आगे बताया कि संजीत की गिरफ्तारी की खबर सुनकर जब हमलोग थाना पर आये तो पुलिस को संजीत से कड़ाई से पूछताछ करने की मांग करने लगे तो पुलिस वाले चुपचाप गाड़ी लेकर चले गये. अगर पुलिस कड़ाई से पूछताछ करती तो उसी दिन इस कांड का पता चल जाता. बुधवार की सुबह जब अपहृत की हत्या कर दिये जाने की खबर पूरे क्षेत्र में फ़ैल गई तो लोग अपने आपको रोक नहीं पाये एवं आक्राशित होकर जमकर उपद्रव किया ।
(रिपोर्ट: प्रेरणा किरण)
ऑपरेशन फुलौत: पुलिस की कार्यशैली ने लोगों का गुस्सा पहुँचाया चरम पर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 26, 2017
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