तापमान में आयी गिरावट व मौसम के बदलते मिजाज और कोहरे
की वजह से मधेपुरा जिले के पुरैनी प्रखंड के गणेशपुर पंचायत अन्तर्गत डुमरैल
बहियार में लगभग सौ एकड़ से ज्यादा मकई की फसल झुलस गयी है.
जिससे किसानों में मायूसी
छा गयी है. कड़ाके की ठंड में मकई के पौधों में पाला मारने के कारण पौधे पीले होकर
मुरझा चुके हैं. इसका सीधा असर मकई उत्पादन पर पड़ सकता है.
किसान अजय
यादव, कैलाश यादव, विपीन यादव, चन्द्रकिशोर यादव, उत्तम यादव, पंकज यादव, रामचन्द्र यादव, त्रिवेणी यादव, विजय यादव, पुरण मंडल, जूली देवी, बीबी ऐबुन, मो0 फुद्दीन श्रीनंदन यादव, हिमांशु कुमार, सुधांशु कुमार , बीबी मंजुरन आदि का कहना है कि आर्थिक
संकट के बावजूद देर सबेर ही सही, किसी तरह इधर उधर से कर्ज लेकर बुआई कर फसल को
आबाद किया लेकिन विगत एक सप्ताह से मौसम के मिजाज से चिंता बढ गयी है. शुरूआती दौर
में फसल देखने से लग रहा था कि इस बार उत्पादन अच्छा होगा, लेकिन मौसम की
मार नें फसल को चौपट करके रख दिया. अगर इसी तरह पाला पड़ता रहा तो फसल की लागत
पूंजी निकालना भी मुश्किल हो जाएगा. किसानों का कहना है कि प्रति एकड़ लगभग 15 से
18 हजार रूपये की लागत अब तक लग चुकी है.
क्या कहते हैं बीईओ: प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार विश्वकर्मा
ने फसल निरीक्षण के दौरान बताया कि इस बाबत जिला कृषि पदाधिकारी व कृषि वैज्ञानिक
को सूचना दे दी गयी है. उन्होंनें किसानों को फिलहाल हल्की सिंचाई व मल्टीमैग व
मैनथेजेब मेडिसीन प्रति लीटर ढाई ग्राम की मात्रा में डालकर छिड़काव करने को कहा
है. उन्होंनें कहा कि पीड़ित किसानों का फसल
आकलन कर लिया गया है, विभागीय निर्देशानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी.
मौसम की मारः ठंड व पाले से सौ एकड़ मकई फसल झुलस गई
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 15, 2017
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