सुपौल। साइबर क्राइम की घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों ने सदर अस्पताल में पदस्थापित वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक अनिल कुमार को अपना शिकार बनाते हुए इनके पंजाब नेशनल बैंक के खाता से 54 हजार 560 रूपये नेट बैंकिंग के माध्यम से निकाल लिया.
घटना को लेकर अनिल के आवेदन पर सदर थाना में कांड संख्या 552/16
दर्ज किया गया है. थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार यक्ष्मा पर्यवेक्षक को दिनांक 24 नवंबर को कॉल आया और कॉल करने वाले व्यक्ति ने अपने आप को भारतीय स्टेट बैंक सुपौल का स्टाफ बताते हुए अनिल को उनका एकाउंट नंबर बताते हुए कहा कि आपके एकाउंट को बंद किया जा रहा है. अगर एकाउंट को चालू रखना चाहते हैं तो आप अपना एटीएम कार्ड जो फरवरी 2016 में एक्सपायर कर गया है, का नंबर बताएं. नया एटीएम कार्ड रिलीज करने से एकाउंट बंद होने से बच जायेगा.
एकाउंट बंद होने की बात जान कर अनिल ने एटीएम कार्ड का नंबर कॉल करने वाले व्यक्ति को बता दिया. पुन: थोड़ी देर बाद उस व्यक्ति को फोन किया और एटीएम एक्टीवेट नहीं होने की जानकारी देकर किसी दूसरे एटीएम कार्ड का नंबर पूछने लगा. अनिल ने अपने पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम का नंबर भी कॉल करने वाले व्यक्ति को बता दिया. थोड़ी देर बाद पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम नंबर से लगातार 07 किस्तों में 54 हजार 560 रूपये की निकासी कर ली गयी. राशि निकासी का मेसेज मिलने के बाद अनिल को ठगी का एहसास हुआ. वहीं घटना को लेकर 28 नवंबर को थाना में शिकायत दर्ज करवाया गया है. थानाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन कर रही है. बता दें कि पीड़ित अनिल कुमार मधेपुरा जिले के गम्हरिया प्रखंड के चिकनी फुलकाहा
के निवासी हैं.
साइबर क्राइम: मधेपुरा निवासी यक्ष्मा पर्यवेक्षक से ₹ 54,560 की ठगी
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 29, 2016
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