
जिले के
बिहारीगंज थाना में शपथ कार्यक्रम में थानाध्यक्ष वीरेन्द्र प्रसाद महतो ने शपथ के
उदेश्य की चर्चा की और बताया कि सरकार का उद्येश्य है, सभी
स्तरों पर भ्रष्टाचार के विरूद्ध शून्य नीति अपनाई जाएगी और भ्रष्ट लोकसेवकों की संम्पति
को राज्यसात किया जाएगा. इसी के आलोक में सबों को शपथ दिलाया गया, जिसमें पढ़ा गया
कि हम भारत के लोक सेवक,सत्यनिष्ठा
से प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपने कार्यकालापों के प्रत्येक क्षेत्र में ईमानदारी
और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहेंगे और हर क्षेत्र से
भ्रष्टाचार हटाने की दिशा में सार्थक पहल व सहयोग करेंगे.
जाहिर है पुलिस विभाग के द्वारा भ्रष्टाचार निरोध
के इस शपथ पर यदि बिहार के सभी पुलिस अधिकारी और कर्मी अमल कर लें तो सूबे का
उद्धार होने से कोई नहीं रोक सकता, पर इसमें संदेह है. बता दें कि बिहार में
अधिकारियों द्वारा पूर्व में भी सामूहिक रूप से सरकार के द्वारा भेजे गए पत्र के
आलोक में शपथ ली जाती रही है और हो सकता है कि निगरानी द्वारा रंगे हाथ धराये जा
रहे अधिकारी-कर्मी ने और भी ‘जोर-जोर’ से
शपथ ली हो.
(रिपोर्ट: रानी देवी)
भ्रष्टाचार के खिलाफ पुलिस अधिकारियों के द्वारा ली गई शपथ, कितना कारगर?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 31, 2016
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