मिनटों में मधेपुरा टाइम्स की खबर का असर: मृतक के परिजन ने कहा, ‘वैसे तो खबर हमारे लिए दुखदायी है, पर शुक्रिया मधेपुरा टाइम्स’

पंजाब के पटियाला जिले के नाभा रेलवे परिसर में आज एक लाश मिलती है. जीआरपी जब लाश की तलाश करती है तो पास से एक वोटर आईडी मिलता है जो जय नारायण भगत, पिता- शिवाजी भगत जो 15, गौरीपुर, अंचल- सिंहेश्वर, जिला- मधेपुरा का रहता है. अधिकारी इंटरनेट का सहारा लेते हैं और मधेपुरा खोजते हैं तो उनके सामने मधेपुरा टाइम्स अखबार का विवरण और मोबाइल नं. आता है.
    शाम में मधेपुरा टाइम्स को पंजाब से जीआरपी अधिकारी का फोन आता है तो जाहिर था हम अपनी सामाजिक जिम्मेवारी का निर्वाह करते उनसे व्हाट्स अप के जरिये मृतक की तस्वीर और सारी सूचना मांग लेते हैं. जितनी तेजी से हमने खबर प्रकाशित की उतनी ही तेज खबर की सूचना मृतक जय नारायण भगत के पुत्र रणधीर भगत तक पहुंची और हमें रणधीर भागर का कॉल आता है.
    गौरीपुर निवासी सिंहेश्वर के व्यवसायी रणधीर बताते हैं कि कई वर्षों से उन्हें पिता की तालाश थी और उनके अचानक निकलने के बाद से परिवार उनकी सलामती के लिए चिंतित रहा करता था. आज इस हालत में देखकर हम शोक में हैं. पर बहुत-बहुत शुक्रिया मधेपुरा टाइम्स ! कम से कम आपकी वजह से हम अनके अंतिम दर्शन कर पा रहे हैं और उन्हें लाने हम तुरंत पंजाब के लिए निकल रहे हैं. वे कहते हैं आपकी वजह से हम इस समय पुत्र धर्म का निर्वाह करने में सक्षम हो पा रहे हैं.
    जो भी हो, परिवार का दर्द तो हम नहीं बाँट सके पर शायद अपनी हर तरह की जिम्मेवारी निभाने में हम एकबार फिर आगे हैं.
मिनटों में मधेपुरा टाइम्स की खबर का असर: मृतक के परिजन ने कहा, ‘वैसे तो खबर हमारे लिए दुखदायी है, पर शुक्रिया मधेपुरा टाइम्स’ मिनटों में मधेपुरा टाइम्स की खबर का असर: मृतक के परिजन ने कहा, ‘वैसे तो खबर हमारे लिए दुखदायी है, पर शुक्रिया मधेपुरा टाइम्स’ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 12, 2016 Rating: 5

1 comment:

  1. तभी तो मधेपुरा टाइम्स हमारे लिए आन बान शान और जान है ।

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