खूंटे से भाई को बांधकर उसके सामने नाबालिग से किया था बलात्कार: न्यायालय ने पाया दोषी, मधेपुरा की दामिनी की रूह को मिलेगी शान्ति!
ये घटना शायद मधेपुरा जिले को शर्मशार करने वाली जघन्यतम घटनाओं में से एक थी. कहानी ऐसी कि आपका समाज और पुलिस पर से भरोसा उठ जाय. पर इसे आप 'ज्यूडिशियल एक्टिविज्म' से जोड़कर देख सकते हैं. कहते हैं कि क़ानून के हाथ बड़े लम्बे होते हैं और जब कानून का डंडा चलता है तो बड़े-बड़े औकात वाले कुकर्मी जमीन पर धराशायी मिलते हैं.
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थानाक्षेत्र के तमोट परसा गाँव में 23 जून 2012 को एक दस साल के भाई को घर में खूंटे से बांधकर एक बहन से साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर देने के मामले में आज मधेपुरा की एक अदालत ने बलात्कारी छोटू यादव समेत इस घटना को दबाने की साजिश करने वाले उसके चार और भाइयों को दोषी करार दिया है. नाबालिग के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में मधेपुरा के प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश श्री प्रभु दयाल गुप्ता की कोर्ट अब इन्हें क्या सजा सुनाती है ये तो इसी सप्ताह सबके सामने होगा पर उससे पहले आइये जानते हैं क्या थी घटना?
मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थानाक्षेत्र के तमोट परसा गाँव में 23 जून 2012 को एक दस साल के भाई को घर में खूंटे से बांधकर एक बहन से साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर देने के मामले में आज मधेपुरा की एक अदालत ने बलात्कारी छोटू यादव समेत इस घटना को दबाने की साजिश करने वाले उसके चार और भाइयों को दोषी करार दिया है. नाबालिग के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में मधेपुरा के प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश श्री प्रभु दयाल गुप्ता की कोर्ट अब इन्हें क्या सजा सुनाती है ये तो इसी सप्ताह सबके सामने होगा पर उससे पहले आइये जानते हैं क्या थी घटना?
जघन्य घटना विस्तार से: घटना की गाँव तथा अन्य स्रोतों से तहकीकात करने के बाद मधेपुरा टाइम्स पर 01 जून 2014 को इस घटना के बारे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़ ये खौफनाक घटना मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थानाक्षेत्र के तमोट परसा गाँव में 23 जून 2012 को घटी थी. करीब 3 बजे दिन में महज 13 साल की गुड़िया (बदला नाम) के घर गाँव का ही छोटू यादव यह जानकर घुस गया था कि घर में अभी सिर्फ गुड़िया और उसका छोटा भाई ही है. माँ पूर्णियां जिले के चम्पानगर किसी सम्बन्धी के घर एक समारोह में भाग लेने गई थी और पिता पंजाब मजदूरी करने. छोटू यादव ने गुड़िया और उसके दस वर्षीय भाई को डराते हुए पहले तो भाई के मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे खूटे से बाँध दिया और उसके सामने ही जमीन पर पटक कर गुड़िया की इज्जत लूट ली.
गुड़िया ने दमभर विरोध किया, पर उसकी एक न चली. पर गुस्से में छोटू ने गुड़िया को जबरन जहर खिला दिया. शाम में गुड़िया कि माँ जब वापस आई तो छोटा बेटा खूंटे से बंधा और गुड़िया जमीन पर दम तोड़ने की स्थिति में थी. गाँव के चिकित्सक को बुलाया गया, पर तबतक मासूम इस दुनियां को छोड़कर जा चुकी थी.
मृतका की माँ ने पुलिस में जाना चाहा तो गाँव के दबंगों ने उसे पुलिस में जाने नहीं दिया. क़ानून के साथ खिलवाड़ करते हुए भरोसा दिया कि पंचायत कर छोटू को सजा दिलवाएंगे और तुम्हें पचास हजार रूपये. यानि समाज के इन ठेकेदारों ने एक मासूम के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या की कीमत लगाई पचास हजार रूपये. पर छोटू का बाप पैसे देने को तैयार नहीं हुआ. इस बीच इस नृशंस कृत्य का समर्थन करने वाले ग्रामीणों ने गुड़िया की लाश भी मौत कि अगली सुबह जबरन जला दिया. खबर पाकर गुड़िया का बाप सोनेलाल मंडल (बदला नाम) भी पंजाब से मजदूरी छोड़कर तमोट परसा आ पहुंचा.
मामला पुलिस में कई दिनों के बाद दर्ज हुआ तो फिर दबंग और पुलिस का गठजोड़ एक बार फिर मधेपुरा में जिन्दा दिखा. कमजोर डायरी लिखने का प्रयास हुआ, पर इतने बड़े मामले की धज्जी एक झटके में उड़ाना पुलिस के लिए आसान नहीं हुआ. मृतक छात्रा जिस स्कूल में पढ़ती थी उसके छात्र-छात्राओं ने भी सड़क जाम कर आक्रोश भरा प्रदर्शन किया था. दवाब में छोटू यादव को गिरफ्तार करना ही पड़ा और मधेपुरा न्यायालय ने जब वाद में आरोप गठन के दौरान मामले की गंभीरता को देखा तो फिर इस मुक़दमे की तेजी से सुनवाई करनी शुरू कर दी और आज मामले में मुख्य आरोपी छोटू यादव समेत कुल पांच दोषी करार दिए गए हैं.
जाहिर है छोटू यादव (उम्र 24 साल) जैसे हैवान को कड़ी से कड़ी सजा मिलने के बाद ही मधेपुरा की दामिनी की रूह शांत हो सकेगी. (वि.सं.)
खूंटे से भाई को बांधकर उसके सामने नाबालिग से किया था बलात्कार: न्यायालय ने पाया दोषी, मधेपुरा की दामिनी की रूह को मिलेगी शान्ति!
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 02, 2015
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