'ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया': तिरस्कृत प्रेमी-प्रेमिका ने एक साथ खाया जहर

ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया.
कभी खुद पर कभी हालात पे रोना आया.’ 
- बेगम अख्तर
मुहब्बत और जंग में सब कुछ जायज होता है, पर सुपौल जिले के भपटियाही थाना क्षेत्र के नौनपार गांव में शनिवार को घटित घटना ने इसे सिर्फ दोहों तक ही सीमित रखा हैं. जानकारी के अनुसार उक्त गांव में एक युवक और युवती करीब दो वर्षों से एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते आ रहे थे. लेकिन जात-पात के सामाजिक ताने-बाने उन दो दिलों को मिलने में रोडा अटका रहे थें. आखिर महादलित युवती से कुशवाहा लडके ने शनिवार को प्रेम विवाह रचा ही लिया और उसे अपनी अर्धांगिनी बनाकर अपने घर ले आया. पर यहाँ से शुरू हुई तिरस्कार की एक ऐसी कहानी जिसका अंत बहुत बुरा हुआ.
    जात-पात के बंधन को सबसे ऊँचा मानने वाले समाज के ठेकेदारों ने प्रेमियों को तथाकथित मर्यादा का पाठ पढाना शुरू कर दिया तो दोनों दिलों के मिलन पर मानो पहाड टूट गया और आखिर दोनों ने घर से बाहर रहने का फैसला कर लिया. उसके बाद भी समाज के कथित 'मर्यादापुरुषोत्तमों' ने जब मुहब्बत पर कहर ढाना शुरू किया तो आखिर रात में ही घर छोड कर एक साथ जीने-मरने की कसमें खाए प्रेमियों ने जिल्लत की जिन्दगी से बेहतर इज्जत की मौत माना. समाज से तिरस्कृत जोड़े के एक साथ जहर खाने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गयी .युवती की मौत की खबर मिली तो युवक का कोई अता-पता नहीं चल रहा है. मृतक युवती के मां के फर्द बयान पर भपटियाही थाना में 52/15 दर्ज किया गया है. इस तरह जालिम दुनियां ने एक और मुहब्बत की हत्या कर दी.
'ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया': तिरस्कृत प्रेमी-प्रेमिका ने एक साथ खाया जहर 'ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पर रोना आया': तिरस्कृत प्रेमी-प्रेमिका ने एक साथ खाया जहर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 02, 2015 Rating: 5

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