हम दोनों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि हम दोनों बेपरवाह या
बेहद प्यार करेंगे लेकिन भगवान (ईश्वर) ने हम दोनों को इस राह पर चढ़ाया और हम दोनों
धीरे-धीरे चलना प्रारंभ किए और हम दोनों एक दूसरे पर यकीन ही नहीं दिल तथा जान से
प्यार करने लगे. ईश्वर की कृपा से यह प्यार हम दोनों के पापा के पास पहुंचा और
पहुँचने कइ बाद शादी की बात आई. जहाँ तक शादी की बात है तो तुम कई बार बोलती थी कि
तुम मेरा साथ छोड़ दोगे लेकिन हम तुमको यह कहते थे कि यह साथ कभी नहीं छूटेगा
क्योंकि हमने बचपन से आज तक किसी को नजर उठा के नहीं देखा हूँ. मैं जिसको नजर
उठाकर देखूँगा तो उसे हम अपनी जान ही बना लूँगा. ये मेरा बचपन का सिद्धांत था और
है. जानू, दिल दिए हैं जान दे देंगे.-तुम्हारा सनम”
ये
पंक्तियाँ उस लंबे से एक प्रेम-पत्र की है जिसे मधेपुरा जिला के बिहारीगंज राम
जानकी संत कबीर उच्च विद्यालय तुलसिया के एक सहायक शिक्षक संजीव कुमार ने अपनी
शिष्या को लिखा है. ये गुरु-शिष्या के संबंधों को दागदार करने वाले एक शिक्षक की
ऐसी घिनौनी कहानी है जो अपनी छात्रा के साथ पहले बलात्कार करता है और फिर उससे
शादी का प्रलोभन देकर मुंह बंद रखने को कहता है. यौन शोषण का सिलसिला जारी रहता है
और दशवीं की छात्रा के पिता ने शिक्षक के पिता से दोनों की शादी की बात भी कर ली.
पर बाद में शिक्षक और उसके पिता शादी से इनकार कर दिए और पूरे प्रकरण में एक
छात्रा को अपने गुरु से मिला- लव, सेक्स और धोखा.
अपनी
कहानी लेकर महिला थाना पहुंची छात्रा और उसके पिता ने मधेपुरा टाइम्स को पूरी
कहानी सुनाई. सपना (बदला हुआ नाम) ने बताया कि इसी दो जून को जब उसने शिक्षक संजीव
पर शादी के लिए दवाब डाला तो गुरु जी ने छात्रा के साथ मारपीट की और उसे भगा दिया.
मामला अब महिला थाना के संज्ञान में हैं और जाहिर है एक छात्रा द्वारा लगाये आरोप
के मद्देनजर अब गुरु जी पर क़ानून का शिकंजा कसेगा. हालाँकि आरोप के बावत जब
मधेपुरा टाइम्स ने आरोपी शिक्षण संजीव कुमार से संपर्क साधना चाहा, पर उनसे संपर्क
स्थापित नहीं हो सका.
‘जानू, दिल दिए हैं जान दे देंगे’: मधेपुरा में एक और शिक्षक ने किया छात्रा का यौन शोषण
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 06, 2015
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