धुला मधेपुरा के माथे पर से कदाचार के कलंक का टीका: स्वच्छ और कदाचारमुक्त इन्टरमीडिएट परीक्षा के लिए डीएम ने किया बुद्धिजीवियों का आभार व्यक्त
बिहार भर में इंटरमीडिएट परीक्षा 2015 समाप्त हो
चुकी है. मधेपुरा में भी आज पहली पाली के साथ ही इन्टरमीडिएट परीक्षा का समापन हुआ और इसके साथ ही कदाचार के लिए देश भर में बदनाम मधेपुरा के माथे पर से
लगातार दूसरे वर्ष भी कदाचार के कलंक का टीका धुल गया. परीक्षा शांतिपूर्वक और
कदाचारमुक्त रही और जिला प्रशासन ने चैन की सांस ली.
वर्ष
2014 में जहाँ कदाचारमुक्त परीक्षा की बात कहने पर आम लोग अंत तक इस संशय में रहे
थे कि क्या सचमुच मधेपुरा में ऐसा संभव हो पायेगा जहाँ का इतिहास ही कदाचार के
मामले में कलंकित रहा था. पर जब मधेपुरा का शैक्षणिक विकास चाहने वाले
बुद्धिजीवियों ने गत वर्ष इन्टरमीडिएट के साथ मैट्रिक की परीक्षा भी अभूतपूर्व ढंग
से संचालित होते देखी तो सुकून महसूस करते हुए मधेपुरा के जिलाधिकारी गोपाल मीणा
को बधाई देते हुए डीएम के प्रति अपनी प्रतिक्रिया इन शब्दों में व्यक्त की कि यदि
शीर्ष पर बैठा एक व्यक्ति ईमानदारी से किसी कठिन काम को करने की ठान ले, तो यहाँ
कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
जहाँ तक
2015 के परीक्षा की बात थी तो इस बार कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए दृढसंकल्प मधेपुरा के डीएम गोपाल मीणा आत्मविश्वास से भरे थे. सिंहेश्वर
मेला के उदघाटन के दिन उन्होंने खुले मंच से कहा था कि जब विपरीत परिस्थितियों में
हमने 40 साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए कदाचारमुक्त परीक्षा करवा ली तो इस बार तो
बहुत सी परिस्थितियाँ हमारे साथ हैं.
जिले
में इस साल की भी इंटरमीडिएट परीक्षा समाप्त हो गई और कदाचार समर्थकों पर नकेल
कसने में जिला प्रशासन फिर से कामयाब रहा. भले ही ऐसा करने में प्रशासन को पूरी
परीक्षा के दौरान 55 नकलचियों को निष्काषित तथा 27 परीक्षार्थी-अभिभावकों को
गिरफ्तार करना पड़ा हो. जाहिर सी बात है दो साल के लगातार ऐसी परीक्षाओं ने
छोटे-बड़े शिक्षा माफियाओं की रीढ़
तोड़ दी है और बहुत से लोगों का अंदाजा है कि आगे
साल से यहाँ से फॉर्म भरने वालों बाहरियों की संख्यां में भी कमी आएगी.

डीएम ने किया आभार व्यक्त: लगातार दूसरे वर्ष भी ‘फ्री’ और ‘फेयर’ परीक्षा संपन्न होने पर मधेपुरा
के डीएम ने खुशी व्यक्त करते हुए जिले के बुद्धिजीवियों को उनके सहयोग के लिए
शुक्रिया कहते हुए कहा है कि ये आपका जिला है, हम तो एक यात्री की तरह हैं, आना है
और जाना है. मेरी इच्छा है कि इसे आप ‘एजुकेशन हब’ बनाएँ.
धुला मधेपुरा के माथे पर से कदाचार के कलंक का टीका: स्वच्छ और कदाचारमुक्त इन्टरमीडिएट परीक्षा के लिए डीएम ने किया बुद्धिजीवियों का आभार व्यक्त
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 03, 2015
Rating:

No comments: