|अमित कुमार|11 सितम्बर 2014|
जिले भर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की हालत में
अपेक्षित सुधार होता नहीं दिख रहा है. मुरलीगंज पीएचसी में ड्यूटी पर से डॉक्टर
फरार रहते हैं और मरीज बाहर से दवाइयाँ खरीदने के लिए मजबूर हैं.
जिला योजना समिति सदस्य व नगर पार्षद
श्वेत कमल बौआ ने नगर के चार पार्षदों कालेन्द्र यादव, अरूण जयसवाल, अनिता शर्मा एवं बबलू रजक
के साथ सोमवार की शाम को मुरलीगंज पीएचसी का औचक निरीक्षण किया तो स्वास्थ्य केन्द्र
मे व्याप्त कुव्यवस्था एवं मरीजों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की बात सामने आई. रोस्टर
के अनुसार पीएचसी में तीन डॉक्टरों की ड्यूटी थी, लेकिन ड्यूटी पर मात्र एक डाक्टर
ही उपस्थित पाए गए. हालात को देखकर श्री बौआ ने सिविल सार्जन से मोबाईल पर बात कर सारी
वस्तु स्थिति की जानकारी दी और कड़ी कार्रवाई की मांग की. साथ ही, उन्होनें कहा कि अगर पीएचसी
मे कार्यरत डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी अपने कार्यों मे सुधार नही लायेंगे तो हमलोग
पीएचसी प्रांगण में आमरण अनशन करेंगे.
जानकारी दी गई कि यहाँ कार्यरत महिला
डॉक्टर रेखा कुमारी सप्ताह में मात्र दो दिन ही ड्यूटी करती है और प्रभारी चिकित्सा
पदाधिकारी डॉ० संजीव कुमार और डॉ० रेखा कुमारी मरीजों के साथ समान व्यवहार भी नही करते
है. जिला योजना समिति सदस्य ने इन्हें यहाँ से अविलम्ब हटाने की भी मांग की. पार्षदों
ने पीएचसी प्रबंधक अरूण कुमार से कहा कि पीएचसी में एक बोर्ड लगवाएं जिसमें लिखा जाए
कि अगर जिला योजना समिति सदस्य डॉक्टर, नर्स या आशा फेसिलेटर किसी
मरीज से बाहर से दवाई मंगाते हैं तो उसके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी.
दूसरी तरफ प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
डॉ० संजीव कुमार ने पार्षदों को बताया कि डॉ० रेखा कुमारी के बारे में सीएस एवं आरडीओ
को मौखिक व लिखित जानकारी भी दी गयी है, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की सुनवाई नही हुई
है. पार्षदों को पीएचसी में मौजूद मरीजों ने बताया कि हमें बाहर से दवाई लाने को कहा
जाता है और यहाँ मरीज बगैर बेडसीट का बेड पर सोते हैं.
मुरलीगंज पीएचसी बदहाल: डॉक्टर फरार तो मरीज लाते हैं बाहर से दवा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 11, 2014
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