|मुरारी कुमार सिंह|23 सितम्बर 2014|
मधेपुरा जिला मुख्यालय स्थित मिशन अस्पताल में एक 13
वर्षीय बालक की मौत
इलाज के दौरान हुई. बताया जाता है कि खगड़िया जिले के बेलदौर निवासी राजेश कुमार अपने
13 वर्षीय पुत्र
प्रीतम कुमार के पेट में दर्द होने पर मुरलीगंज पीएचसी में भर्ती कराया. बताया गया
कि राजेश कुमार मुरलीगंज बीडीओ का ड्राइवर है. बालक की स्थिति गंभीर होने पर उसे मधेपुरा
स्थित मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया.
परिजनों ने बताया कि मिशन के आइसीयू में बालक को
आठ रोज रखा गया. इलाज के दौरान जब परिजनों द्वारा पूछा जाता कि बच्चे को क्या हुआ तो
डॉक्टर सही बीमारी के बारे में नहीं बताते थे. मृतक के चाचा ने बताया कि सोमवार की
रात्रि लगभग 10 बजे जब बच्चे की हालत बिगड़ने लगी तो स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मिशन अस्पताल
के डॉक्टरों ने उसी समय बच्चे को इंजेक्शन लगाया. कुछ ही देर के बाद बच्चा मर गया.
परिजनों ने जब बच्चे को देखा तो रोने लगे,
पर इतना होने के बाद डॉक्टर परिजन से बाकी बचे रूपये की मांग करने लगे. परिजनों ने
पहले ही इलाज के दौरान 25 हजार रूपये दे दिए थे, पर अस्पताल के अनुसार इलाज में 68
हजार रूपये का बिल
बना था. आरोप है कि मिशन प्रशासन द्वारा परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया
गया. मृत बच्चे को परिजन वहां से सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले गये.
बच्चे की मौत के बाद मिशन अस्पताल बकाया रूपये के लिए अड़ा, परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार का आरोप
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 23, 2014
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