सिंहेश्वर मेला प्रारम्भ होने में महज दो दिन बाक़ी
है. 27 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ ही सिंहेश्वर का मेला शुरू हो जाएगा. दुकानें
सजने लगी है. पर इस बार पहले जैसा उत्साह अभी नहीं दिख रहा है. सर्कस का आकार जहाँ
छोटा है वहीँ कुछ दुकानें आते के साथ वापस भी जाती दिखी. उनका कहना था कि इस बार
मेले में भीड़ कम होगी और यहाँ का किराया भी अधिक है. ऐसे में आमदनी ही नहीं होगी
तो क्या यहाँ दुकान सजा कर क्या होगा ?
पहले
जहाँ सिंहेश्वर के मेले में पशु मेला भी लगता था वहीँ अब उसकी रौनक भी जाती रही. जैसे-जैसे
मेला नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे स्थानीय लोगों को अब ये अखरने लगा है कि क्यों इस
बार मेले में थियेटर और सिनेमा को अनुमति नहीं दी गई ? प्रशासन का दायित्व था कि
यदि थियेटर में कोई अश्लील कार्यक्रम चलता तो उसे रोकते. लोग अब खुल कर जिला
प्रशासन के खिलाफ बोलने लगे हैं. कहना है कि प्रशासन डर कर अपना पल्ला झाड़ ली है.
लोग तो
यहाँ तक कह रहे हैं कि सोनपुर के टक्कर में यहाँ का मेला था. पर प्रशासन ने इसे
ढकोसला बना दिया है. सौ साल से यह मेला लग रहा था. इस बार यह महज औपचारिकता बन कर
रह जाएगा.
सुनें इस वीडियो में लोगों की प्रतिक्रिया. यहाँ क्लिक करें.
सब साल से 'खतम' होगा इस बार का सिंहेश्वर मेला ?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 24, 2014
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