क्या सच में ये साढ़े तीन लाख वोट बीजेपी के होंगे?: मधेपुरा चुनाव डायरी-4: एक मुलाकात, कुछ सवालात भाजपा जिलाध्यक्ष से
चुनाव को लेकर सभी दलों के पास अपने-अपने दावे होते
हैं. जीत का दावा हर कोई करता है, पर सच यही है कि एक ही होगा मधेपुरा का एमपी. जहाँ
देश में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ने की खबर अधिकाँश सर्वे से सामने आ रही है
वहीँ मधेपुरा में भी भारतीय जनता पार्टी अभी से जीत के दावे कर रही है.
क्या है
उनके दावों का आधार, और क्या बिहार में जदयू से अलग होकर बीजेपी कमजोर होने की
बजाय सच में मजबूत हो चली है. मधेपुरा में भी बीजेपी इस बार जीत के दावे कर रही
है.
इस
चुनाव में भाजपा की क्या रणनीति होगी और वो कैसे मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के वोटरों
को अपनी ओर खींचेगी ? कुछ सवालात के साथ हमने एक मुलाकात की भाजपा के जिलाध्यक्ष
अधिवक्ता अनिल कुमार यादव से...
सवाल नं.1: पिछली बार जदयू आपके साथ थी. इस बार अन्य
विरोधियों के साथ आपको जदयू का भी विरोध झेलना पड़ेगा. क्या आपको लगता है कि बीजेपी
बिहार में अपनी स्थिति बेहतर बना सकेगी ?
अनिल कुमार यादव: भारतीय जनता पार्टी पहले से भी
बेहतर प्रदर्शन इस बार करेगी. कारण बीजेपी सबको साथ लेकर चल रही है और विकास की बात करती है. सिर्फ बीजेपी ही
प्रत्येक मानव का चिंतन करती है. इसलिए हमारा प्रदर्शन दूसरी पार्टियों से बेहतर
रहेगा.
सवाल नं.2: विरोधी कहते हैं कि बिहार में नीतीश के
साथ थे तो विकास का गुणगान कर रहे थे. अलग हुए तो अचानक भाजपा के सुर बदल गए और
सूबे में भ्रष्टाचार नजर आने लगा. बिहार में आप किन मुद्दों पर जनता से वोट
मांगेंगे ?
अनिल कुमार यादव: जनता ने न तो नीतीश कुमार को
मैनडेट दिया था और न ही भाजपा को. जनता ने एनडीए को मैनडेट दिया था. भाजपा से जुड़े
सुशील कुमार मोदी, अश्विनी चौबे, नंदकिशोर सिंह जैसे एनडीए के नेताओं ने जो विकास
का काम किया वो लोगों को दिख रहा है. भाजपा से
अलग होने के बाद आज नीतीश ने ग्यारह
मंत्रालय अपने ही हाथ में रख लिया और किसी को देना भी नहीं चाह रहे हैं. ये तो
लालू के जंगल राज जैसा राज बिहार में आ गया. लोग आज भाजपा को जंगल राज के खिलाफ
विकल्प के रूप में देख रहे हैं.
अलग होने के बाद आज नीतीश ने ग्यारह
मंत्रालय अपने ही हाथ में रख लिया और किसी को देना भी नहीं चाह रहे हैं. ये तो
लालू के जंगल राज जैसा राज बिहार में आ गया. लोग आज भाजपा को जंगल राज के खिलाफ
विकल्प के रूप में देख रहे हैं.
सवाल नं.3: मधेपुरा जदयू और राजद का गढ़ रहा है. इस
लोकसभा क्षेत्र में आप बीजेपी की क्या सम्भावना देखते हैं.
अनिल कुमार यादव: हमारा वोटर अति पिछड़ा है जिन्हें
यहाँ की भाषा में पचपनिया कहा जाता है. हम वैसे सम्मानित दृष्टिकोण से हमारे वोटर
वैश्य वर्ग के हैं, उनका समर्थन हमें मिलेगा और इनकी संख्यां मधेपुरा लोकसभा
क्षेत्र में साढ़े तीन लाख है. और साढ़े तीन लाख वोट जिसे मिलेंगे वही चुनाव जीतेगा.
सवाल नं.4: क्या केन्द्र में इसबार नमो-नमो हो जाएगा
?
अनिल कुमार यादव: ये तो विश्व के सारे चैनल कह रहे
हैं और इस बार हिन्दुस्तान में नमो का झंडा फहरेगा और नरेंद्र मोदी भारत के
प्रधानमंत्री बनेंगे. (क्रमश:)
(एक मुलाकात, कुछ सवालात में अगली बार हम दूसरी
पार्टी की तरफ रूख करेंगे और जानेंगे कि उनके दावे किस तरह के हैं.)
(मधेपुरा टाइम्स प्रस्तुति)
क्या सच में ये साढ़े तीन लाख वोट बीजेपी के होंगे?: मधेपुरा चुनाव डायरी-4: एक मुलाकात, कुछ सवालात भाजपा जिलाध्यक्ष से
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 09, 2014
Rating:
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 09, 2014
Rating:


No comments: