|वि० सं०|11 जून 2013|
इसी साल के फ़रवरी में मधेपुरा में नक्सल आहट तब
सुनाई दी थी जब जिले के उदाकिशुनगंज थानाक्षेत्र में सिंगारपुर में एक पर्चा मिला
था जो अक्टूबर 2012 में हुई हेम नारायण झा की हत्या से सम्बंधित था और उस पर्चे
में कॉमरेड
चारू मजुमदार, शान्ति पाल और सरोज दत्त का
सन्देश प्रचारित कर हत्यारों से बदला
लेने की बात कही गई थी. पर्चे के मुताबिक हेम
नारायण झा नक्सली संगठन से जुड़े कुछ लोगों की हत्या में शामिल था, इसी वजह से उनके द्वारा हेम नारायण झा
की हत्या कर दी गई और इस उस पर्चे में जुड़े लोगों को धमकी भरे लहजे
में चेतावनी दी गई थी.

हालांकि
तब मधेपुरा एसपी ने उस धमकी भरे पर्चे के पीछे नक्सलों का हाथ होने की आशंका से
इनकार किया था, पर अब जब पूर्णियां में नक्सली कमांडर कैलाश मंडल की गिरफ्तारी हुई
तो उससे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए. बताया जाता है कि कैलाश मंडल ने
उनमें एक खुलासा था मधेपुरा में नक्सली संगठन को मजबूत करने में उसका हाथ.
अगर
रेलवे ट्रैक उड़ाने से लेकर कई अपहरण और हत्या के आरोपी कैलाश मंडल के खुलासे में
मधेपुरा जिले में संगठन को मजबूत करने की बात सच है तो निश्चित रूप से मधेपुरा
पुलिस के लिए ये परेशानी का सबब है.
क्या सच थी मधेपुरा में नक्सल के आहट की खबर ?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 11, 2013
Rating:

madhepura ki police ko ab to ye smjhna chahiye ki wo bs baith ke khana chor de or apna frz nibhay nhai to wo din door nhai jb madhepura me chhatisgadh jaisi ghatna roj hone lge ..............
ReplyDeleteits time to take a action from madhepura police .......please stop the corruption and do own work then see ....where is crime.......
ReplyDelete