मधेपुरा में इप्टा के बढ़ते कदम: एक महीने का कार्यशाला

|राजीव रंजन|11 जून 2013|
मधेपुरा में नाटक की एकमात्र स्थापित और प्रतिष्ठित संस्था इप्टा (भारतीय जन नाट्य संस्था) के कलाकारों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. यदि इन्हें सरकारी स्तर पर मदद मिल जाएँ तो ये मधेपुरा की ख्याति राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा सकते है. कुछ ऐसे ही विचार प्रस्तुत किये मधेपुरा आये भारत की प्रतिष्ठित संस्था एनएसडी से मास्टर डिग्री प्राप्त काजल मुंडू ने.
      काजल मुंडू इप्टा के प्रदेश महासचिव जमील अख्तर के निर्देश पर मधेपुरा में इप्टा के एक महीने के कार्यशाला में मधेपुरा के कलाकारों को नाटक के गुर सिखाने आये हैं. हैदराबाद से नाटक में पीएचडी कर रहे काजल मुंडू ने कलाकारों को नाटक के माध्यम से समाज में बदलाव लाने को कहा.
      रविवार को जिला मुख्यालय के इप्टा कार्यालय में शुरू हुए इस नाट्य कार्यशाला में कार्यशाला के संयोजक सुभाष कुमार, इप्टा मधेपुरा के सचिव तुरबसू, सनिउल्लाह बिन काजमी, सुनीत साना, निशा, देशराज, विकास, राजेश, शशि, मौसम, रोहिणी, सिंकू, संजीव, मनीष, आनंद, चन्दन आदि उपस्थित थे.  
मधेपुरा में इप्टा के बढ़ते कदम: एक महीने का कार्यशाला मधेपुरा में इप्टा के बढ़ते कदम: एक महीने का कार्यशाला Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 11, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.