शोषण के खिलाफ आंगनबाड़ी सेविकाएं-सहायिकाएं मिली डीएम से

|संवाददाता|21 जून 2013|
ग्रामीण अंचलों में सरकार की प्राय: सभी परियोजनाओं की जीवन-रेखा आंगनबाड़ी सेविकाएं तथा सहायिकाएं इनदिनों भेदभाव व चयनमुक्ति के कुचक्र से आहत हैं. पोषाहार वितरण के नाम पर इन्हें श्रम अधिनियमों की अवहेलना कर चयनमुक्त किया जा रहा है. अपने लंबे अनुभव के कारण सेविकाएं बेहतर महिला पर्यवेक्षिकाएं साबित हो सकती थी, पर जानबूझकर सेविकाओं के लिए 45 वर्ष की उम्रसीमा लगा दी गई है ताकि ये महिला पर्यवेक्षिकाएं न बन सकें. भेदभाव से आहत सेविकाएं एयर सहायिकाएं कई बार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राज्यस्तरीय धरना प्रदर्शन भी कर चुकी हैं पर सरकार के द्वारा इन्हें आश्वासन के अलावे कुछ नहीं मिला है.
      गुरूवार को अपनी मांगों को लेकर सेविकाओं-सहायिकाओं का एक जत्था मधेपुरा के जिलाधिकारी के पास पहुंचा और अपनी मांग पत्र समर्पित किया. अब देखना है कि क्या जिला प्रशासन इनकी मांगों पर कोई विचार करता है या फिर इनके मांग पत्र फाइलों की शोभा ही बढ़ाते हैं.
शोषण के खिलाफ आंगनबाड़ी सेविकाएं-सहायिकाएं मिली डीएम से शोषण के खिलाफ आंगनबाड़ी सेविकाएं-सहायिकाएं मिली डीएम से Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 21, 2013 Rating: 5

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