राज्यपाल पहुंचे मधेपुरा, हुआ भव्य स्वागत

संवाददाता/०८ अप्रैल २०१२
महामहिम बिहार के राज्यपाल-सह-कुलाधिपति श्री देवानंद कुंवर आज मधेपुरा पहुंचे.राज्यपाल के आगमन पर जिला प्रशासन ने स्वागत तथा सुरक्षा की अभूतपूर्व तैयारी कर रखी थी.मधेपुरा में सबसे पहले महामहिम का कार्यक्रम बी.एन.मंडल विश्वविद्यालय के सभागार में हुआ.इस अवसर पर पूरा विश्वविद्यालय पुलिस छावनी में तब्दील दिखा.सभागार में सैंकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए बिहार के राज्यपाल श्री देवानंद कुंवर ने कहा कि पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने मुझे खुर्दा गाँव में सुभाषचंद्र बोस यूनिवर्सल स्कूल के उदघाटन के लिए आमंत्रित किया था.और इसी मौके पर मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डा० अरूण कुमार ने भी मुझे विश्वविद्यालय आने का निमंत्रण दिया और मैं आज आपलोगों के बीच आकर सुखद महसूस कर रहा हूँ.इस दौरान उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में सुभाषचन्द्र बोस की भूमिका की भी चर्चा की.उन्होंने याद करते हुए कहा कि मैंने स्वयं ही पंडित जवाहरलाल नेहरू से ये पूछा था कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के बारे में आप क्या सोचते हैं, तो पंडितजी ने कहा था कि वे एक पॉलिटिकल परसेनिलिटी नहीं बल्कि वे एक पॉलिटिकल फेनोमेना थे.राज्यपाल ने कहा कि जहाँ वीर की पूजा नही होती है वहां वीर पैदा नहीं होते.विश्वविद्यालय में कार्यक्रम के अंत में मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि वित्तीय अधिकारों पर राज्य सरकार का ही अंतिम नियंत्रण होता है.उन्होंने कहा कि बिहार सरकार का कोई भी शिक्षा से जुड़ा संशोधन बिल उनके पास लटका नहीं है.
     राज्यपाल के स्वागत भाषण में मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डा० अरूण कुमार ने कहा कि ये विश्वविद्यालय का सौभाग्य है कि आज महामहिम का यहाँ पदार्पण हुआ है.उन्होंने महामहिम से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों उद्धार कर देने की मांग की.
   इस अवसर पर मंडल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो० गणेश प्रसाद यादव, बी.आर.ए.यू., मुजफ्फरपुर के कुलपति डा० विमल कुमार, जे.पी.एन.यू. छपरा के कुलपति डा० राम विनोद सिंह व अन्य कई गणमान्य लोगों के अलावे राष्ट्रीय सेवा योजना के वि०वि० सलाहकार अमन कुमार भी उपस्थित थे.
     विश्वविद्यालय के बाद महामहिम कुमारखंड के खुर्दा गाँव गए जहाँ उन्होंने सुभाषचंद्र बोस यूनिवर्सल स्कूल का उदघाटन किया.
राज्यपाल पहुंचे मधेपुरा, हुआ भव्य स्वागत राज्यपाल पहुंचे मधेपुरा, हुआ भव्य स्वागत Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 08, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. Q Muje shama ka Naam Dete Ho ,
    Dil Tod ke Meri Jaan Lete Ho ,
    Jante Ho Rakh Nahi Sakti Apni Darkano Pe Kabu
    Fir Q Pyar Me Mere InthianLete Ho ?

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