समारोह के अन्तिम दिन ‘आधुनिकता की दौर में ग्रामीण रंगमंच’ विषयक विचार गोष्ठी का विषय प्रवेश करते हुए प्रो. श्यामल किशोर यादव (मधेपुरा इप्टा के संरक्षक) ने रंगमंच और फिल्मों की पृष्ठभूमि में अंतर को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हबीब तनवीर ने रंग और कला का अद्भुत सामंजस्य किया... आज रंगमंच की प्रासंगिकता एक चुनौति है फिर भी हम आशान्वित हैं। विचार गोष्ठी का उद्धाटन करते हुए डा. के. एन. ठाकुर ने बताया कहा कि जितनी ललित कलाएँ हैं उसमे नाटक का विशेष महत्व है। नाटक हमारी संस्कृति को परिष्कृत
विश्वविधालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डा. भूपेन्द्र नारायण यादव ‘मधेपुरी’ ने कहा कि
आधुनिकता में हम कितने भी आगे क्यों न निकलें, नाटक की जरूरत रहेगी ही। उन्होंने डा. होमी जहाँगीर भाभा के सांस्कृतिक योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की बात कही। डा. रामचन्द्र प्रसाद यादव ने नाटक को साहित्य की सबसे प्रभावकारी विधा बताया।
विचार गोष्ठी के मुख्यवक्ता श्री हरिशंकर श्रीवास्तव ‘शलभ’ ने पारसी ड्रामे की चर्चा की तथा कई ऐतिहासिक उदाहरणों के साथ नाट्य विषयक अपने अनुभव को सुनाया। उन्होंने कहा कि आज अगर गांव के रंगमंच का हृास हो रहा है तो उसके लिए विज्ञान जिम्मेवार नहीं है ... इप्टा अपने विचारों को लोकोन्मुख बनावे !
संध्याकाल में रवीन्द्र नाथ टैगोर लिखित नाटक ‘अभिसार’ का मंचन कोलकता से आये कलाकारों द्वारा देवाशीष दत्ता के निर्देशन में किया गया। समारोह का एक मुख्य आकर्षण ‘स्मारिका का विमोचन एवं लोकापर्ण’ था जो वरिष्ठ साहित्यकार, क्षेत्रीय इतिहासकार एवं कवि श्री हरिशंकर श्रीवांस्तव ‘शलभ’ के द्वारा सम्पन्न हुआ उन्होंने अपने उद्बोधन में इप्टा के जनपक्षीय कार्यों की सराहना की।
असम के ‘राभा काॅमनीटी’ का ‘बोगेजरी’ एवं ‘बीहू’ नृत्य गौतम एवं साथियों की प्रस्तुति ने दर्शको को रोमांचित कर दिया। इन्हें मंच पर ‘बुके’ देकर प्रदेश इप्टा के उपाध्यक्ष प्रो. शचीन्द्र एवं प्रलेस के बिहार मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता अरविन्द श्रीवास्तव ने सम्मानित किया। मंच पर लोकगायक माधव प्रसाद यादव का वाद्य वादन को दर्शकों ने बेहद सराहा। विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य भी इस समारोह का आकर्षण रहा। इस सफल आयोजन के लिये मधेपुरा इप्टा के अध्यक्ष डा. अमोल राय, सचिव तुरवसु एवं कार्यक्रम संयोजक सुभाष चन्द्र को दर्शकों ने बधाइयाँ दी।
- अरविन्द श्रीवास्तव, मधेपुरा
मोबाइल - 09431080862.
‘इप्टा’ का तीन दिवसीय ग्रामीण नाट्य महोत्सव संपन्न
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 23, 2012
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