शिक्षकों की बर्खास्तगी के विरोध में आंदोलन और धरना

संवाददाता/२१ जनवरी २०१२
बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ शिक्षकों की बर्खास्तगी को लेकर लगातार आंदोलन कर रही है.कोशी प्रमंडल के सहरसा,मधेपुरा तथा सुपौल में संघ द्वारा शिक्षकों की सेवा वापसी समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला पदाधिकारी के समक्ष धरना दिया.धरना का नेतृत्व मधेपुरा जिला समाहरणालय के समक्ष संघ के जिला अध्यक्ष रणधीर कुमार ने किया.सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि आयुक्त कोशी प्रमंडल सहरसा द्वारा जिले के ग्वालपाड़ा प्रखंड अंतर्गत उ० म० विद्यालय झंझरी गोठ के औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में उपस्थित चार शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य नहीं करने के आरोप में कार्यवाही के दौरान अंचल कार्यालय ग्वालपाड़ा के पत्रांक-६९८-२ दिनांक-१५.१२.२०११ क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक कोशी प्रमंडल सहरसा के पत्रांक १७६२(नि.) दिनांक १७.१२.२०११ एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, ग्वालपाड़ा के पत्रांक ५८६-२ दिनांक १९.१२.२०११ के द्वारा सेवा समाप्त करना बिलकुल तानाशाही रवैया है.शिक्षकों तथा कर्मचारियों में भय पैदा कर अधिकारी अंग्रेजी हुकूमत चलाना चाहती है.स्पष्ट तौर पर विद्यालय में शिक्षकों का उपस्थित रहना उनके कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है.उन्होंने आगे कहा कि संघ अधिकारियों की ऐसी हरकतों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और जब तक बर्खास्तगी का आदेश वापस नहीं लिया जाता है आंदोलन जारी रहेगा.उन्होंने आगे यह भी कहा कि यदि सेवा की वापसी नहीं होती है तो आगामी ११ फरवरी को आयुक्त कोशी प्रमंडल सहरसा के समक्ष एक दिवसीय महाधरना का प्रदर्शन किया जाएगा.जरूरत पडी तो विद्यालय तक बंद किया जाएगा.
     धरना-प्रदर्शन को संघ के प्रखंड अध्यक्ष सुबोध सिंह, भुवन कुमार,संजय कुमार,संजय क्रान्ति,अजय कुमार,प्रमोद विश्वास,नारद, विजय, इकबाल, हरेराम, अभय, सुनील,गुंजन सिंह, महासंघ(गोप गुट) के जिला सचिव रामचंद्र प्रसाद समेत कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया.
शिक्षकों की बर्खास्तगी के विरोध में आंदोलन और धरना शिक्षकों की बर्खास्तगी के विरोध में आंदोलन और धरना Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 21, 2012 Rating: 5

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