ये रहा घोटाले का नया अंदाज

निकाली गयी निविदा
रूद्र नारायण यादव/११ मार्च २०११
उधर मुख्यमंत्री बिहार में नए-नए प्रयोग कर बिहार को ऊँचाई पर ले जाने के लिए दिन रात एक किये हुए हैं और इधर उनके राज में घोटाले और अनियमितता के भी नए-नए प्रयोग हो रहे हैं जो निश्चित रूप से सारे किये-धरे पर पानी फेरने जैसा है.कल के ही स्थानीय अखबारों में प्रकाशित एक निविदा सूचना ने जानने वालों को चौंका कर रख दिया है.ये 'आपातकालीन निविदा सूचना' कार्यपालक अभियंता का कार्यालय ,भवन निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल, मधेपुरा द्वारा प्रकाशित करवाई गयी है.वैसे तो इस विज्ञापन में कुल १० कार्यों के नाम हैं,पर इनमे से  कम से कम एक कार्य संदेह के घेरे में  है.कार्य संख्यां १ में कार्य का नाम 'सदर अस्पताल,मधेपुरा स्थित ओ०पी०डी० भवन में पहुंच पथ  का निर्माण ' दर्शाया गया है और इसकी प्राक्कलित राशि ४.६७ लाख है.

पहुंच पथ ढलाई होकर तैयार है
 हैरत की बात ये है कि अभी-अभी करीब दो महीने पहले ही इस पहुंच पथ  का निर्माण हो चुका  है.तो फिर से इस नए पथ का निर्माण कराने की क्या आवश्यकता पड़ी?सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये काम पहले हो गया है और निविदा(टेंडर) अब निकाला गया है.जबकि नियम कहते हैं कि पहले राशि प्राक्कलन की प्रक्रिया होगी और फिर निविदा प्रकाशित होगी जिसमे
भवन प्रमंडल से निकाली गयी निविदा
निविदा खुलने की तिथि निर्धारित होगी.कार्य समाप्ति की तिथि भी निविदा में अंकित होगी जिसके अनुसार कार्य कराना है.पर यहाँ जब सड़क अभी-अभी बनी है तो फिर ये निविदा क्यों.आखिर किसने कराया ये काम और इतने महत्वपूर्ण काम में नियम-क़ानून क्यों तोड़ दिया गया? यानि ये ४ लाख ६७ हजार की अनियमितता का मामला है और इससे स्पष्ट होता है कि कार्यपालक अभियंता मौखिक टेंडर निकाल कर मनमानी करते है.
    इस बाबत कार्यपालक अभियंता से हमने बात करने की कोशिश की पर उनसे संपर्क नही हो सका.
ये रहा घोटाले का नया अंदाज ये रहा घोटाले का नया अंदाज Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 11, 2011 Rating: 5

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