मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा
कौन है पानी में कितने, सब पता हो जाएगा
दूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ हमसफ़र
रोकना मत तुम क़दम, तय फासला हो जाएगा
लाए थे दुनिया में क्या तुम, लेके तुम क्या जाओगे
क्या महल, क्या रिश्ते-नाते, सब जुदा हो जाएगा
तुम दुआ मांगों तो दिल से और रखो उस पर यक़ीन
गर बुरा होना भी होगा, तो भला हो जाएगा
आरज़ू थी फूल इक, दामन में खिल जाए मेरे
और गर ये भी न हो तो क्या ख़ला हो जाएगा
ज़िंदगी के रास्ते होते ही हैं काँटों भरे
साथ 'श्रद्धा' भी रही तो हौसला हो जाएगा
--श्रद्धा जैन,सिंगापुर 
कौन है पानी में कितने, सब पता हो जाएगा
दूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ हमसफ़र
रोकना मत तुम क़दम, तय फासला हो जाएगा
लाए थे दुनिया में क्या तुम, लेके तुम क्या जाओगे
क्या महल, क्या रिश्ते-नाते, सब जुदा हो जाएगा
तुम दुआ मांगों तो दिल से और रखो उस पर यक़ीन
गर बुरा होना भी होगा, तो भला हो जाएगा

आरज़ू थी फूल इक, दामन में खिल जाए मेरे
और गर ये भी न हो तो क्या ख़ला हो जाएगा
ज़िंदगी के रास्ते होते ही हैं काँटों भरे
साथ 'श्रद्धा' भी रही तो हौसला हो जाएगा
मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 30, 2011
Rating:
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January 30, 2011
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amazing
ReplyDeleteबेहतरीन पंक्तियाँ.जीवन में उतार लेने से शायद जीवन सार्थक हो जाए.
ReplyDeleteदूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ हमसफ़र
ReplyDeleteरोकना मत तुम क़दम, तय फासला हो जाएगा
Bahut khoobsurat Gazal