कहते हैं प्रतिभा किसी परिस्थिति का मुहताज नही होता.अगर मन में लगन हो तो सफलता व्यक्ति के कदम चूमती है.
ये बात तो तय है कि मधेपुरा जिले में प्रतिभाओं की कमी नही नही है.कुछ प्रतिभाएं ऐसी भी हैं जो आने वाले समय में मधेपुरा का नाम देश और दुनिया के स्तर पर रोशन करने का जज्बा रखती हैं.ऐसी ही एक प्रतिभा जिला मुख्यालय स्थित पीएचईडी के पश्चिम वार्ड नं० ३ की निवासी प्रीति है.पीएमसीएच में मेडिकल की पढ़ाई कर रही प्रीति मेडिकल के सारे विषयों में सर्वोच्च अंक लाकर और एनाटोमी और फिजियोलॉजी जैसे कठिन विषय में गोल्ड मेडल प्राप्त कर न सिर्फ मधेपुरा का नाम रौशन कर रही हैं बल्कि मेडिकल की तैयारी व पढाई कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए एक मिसाल कायम की है.
बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा की प्रीति (घरेलू नाम-खुशबू) का जन्म ६ अप्रैल १९८८ को मधेपुरा को हुआ.पिता डा० रामदेव प्रसाद स्थानीय पार्वती साइंस महाविद्यालय में व्याख्याता हैं जिन्होंने बेटी को बेटे की तरह पढाई की हरसंभव सुविधा प्रदान की.परन्तु AIPMT (All India Pre-Medical Test) 2007 में चुनी गयी प्रीति अपनी सफलता का सबसे अधिक श्रेय अपने दादाजी और नानाजी को देती है.मधेपुरा टाइम्स के प्रबंध संपादक राकेश सिंह से हुई लंबी बातचीत में प्रीति बताती है " दादाजी खुद पढ़े-लिखे नही थे पर उन्होंने हमेशा मुझे पढाई के लिए प्रेरित किया.लेकिन सबसे ज्यादा अफ़सोस मुझे इस बात का रहेगा कि जिस वर्ष मेरा चयन मेडिकल में पीएमसीएच के लिए हुआ उससे पहले ही उनका निधन हो गया.नानाजी मुझे पढ़ाया करते थे और आधार मजबूत बनाने में उनका काफी सहयोग रहा.मेरे पापा मेरी जिंदगी के हर मोड़ पर मेरा साथ देते हैं.जेनेरेशन गैप कभी फील नही हुआ.मैं उनसे हर बात शेयर करती हूँ,मेरे पापा मेरे आदर्श हैं."
प्रीति ने पांचवी तक की पढाई मधेपुरा के ही आनंदमार्ग मध्य विद्यालय में की.उसके बाद की 6th से 10th तक की पढाई इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय हजारीबाग (लड़कियों का नेतरहाट) से पूरी करने के बाद प्रीति ने मधेपुरा के पार्वती साइंस महाविद्यालय में ही दाखिला करवाया और यहीं से उसने 12th तक की पढाई की.इसी दौरान उसने मेडिकल को लक्ष्य बनाकर तैयारी भी करना शुरू किया.वर्ष 2007 की AIPMT की परीक्षा में सफल होने के बाद रैंक बेहतर होने के कारण प्रीति का दाखिला मेडिकल की पढाई हेतु पीएमसीएच में हुआ.पीएमसीएच में पढाई के दौरान प्रीति को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा.फिर भी हरेक बाधाओं को पार करते हुए प्रीति ने 1st year में सभी तीनों विषयों में सर्वोच्च अंक लाते हुए कुल 76% अंक प्राप्त किया जिसमे 2009 में कॉलेज के स्थापना दिवस के अवसर पर तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में प्रीति को दो गोल्ड मेडल एनाटोमी और फिजिओलोजी जैसे कठिन विषय में मिले जो पीएमसीएच के लिए भी एक बड़ी बात थी. 2nd year में भी प्रीति ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर सबको हैरत में डाल दिया.
पीएमसीएच में प्रीति की समस्या चौंकाने वाले रहे.बिहार की इस अतिप्रतिष्ठित संस्थान में जातीय राजनीति चरम पर है.प्रीति बताती है कि थ्योरी में तो पता नही पर प्रैक्टिकल में caste politics खुल कर सामने नजर आने लगता है जिससे बहुत दु:ख पहुँचता है.पर इतने के बावजूद प्रीति हिम्मत नही हारती है. इस क्षेत्र में सर्वोच्च ऊँचाई प्राप्त कर मधेपुरा,बिहार और भारत का नाम विश्व स्तर तक ले जाना प्रीति का लक्ष्य है.
पढाई के साथ-साथ कवितायें और व्यंग लिखना भी प्रीति का शौक है.
मेडिकल के छात्रों को सलाह देते हुए वे कहती हैं कि ११ वीं से ही तैयारी में लग जाना चाहिए.बायोलोजी पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए.अच्छी पुस्तकों का चयन कर उनका निरंतर अध्ययन कर मधेपुरा जैसे शहर से भी तैयारी की जा सकती है.Bio के लिए NCERT, Trueman's Bio,M.Karim's Physics,S.C.Lal's Organic Chemistry आदि पुस्तकें मेडिकल की तैयारी के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.
कोचिंग संस्थानों की उपयोगिता सिर्फ इतनी है कि टेस्ट्स के जरिये ये आपको मुख्यधारा में बनाए रखता है.ये आपकी निरंतर क्षमता का अहसास कराता है.आप अपनी कमी खोजकर उसमे सुधार कर पाते हैं.
मधेपुरा टाइम्स ऑनलाइन अखबार की उपयोगिता पर प्रीति कहती है कि मधेपुरा जैसे छोटे शहर के लिए इस तरह का अखबार एक बड़ी बात है.ये मधेपुरा की सभी प्रकार को ख़बरों खासकर यहाँ के टैलेंट्स को पूरी दुनिया में हाईलाइट्स करती है जिससे पता चलता है कि मधेपुरा में भी कुछ विशेष है.वे कहती है कि अपने कविता और व्यंग के शौक को वे मधेपुरा टाइम्स के माध्यम से ज़िंदा रखेंगी.
मधेपुरा टाइम्स प्रीति के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है.
प्रीति: मेडिकल की पढ़ाई में कई स्वर्ण पदक प्राप्त
Reviewed by Rakesh Singh
on
November 09, 2010
Rating:
best of luck preeti...par dukh ki baat yeh hai ki jitne bhi safal insaan hote hai woh apni jamin ko bhul jaate hai,isliye aasa hai ki preeti apna kuch samay madhepura ko deke yaha ke medical facility ko sudharne ki kosis kare...all the best.
ReplyDeleteCongratulations and Best Wishes!!!
ReplyDeletebahut bahut badhai medhepura ki shan.............
ReplyDeleteall the best priti ji...............aap humlogon ke liye ek aadarsh hain.pure madhepura ko aap per garv hai.
ReplyDeleteall the best priti
ReplyDeleteall the best priti
ReplyDeleteGood Luck for more Success.
ReplyDeletegr8......
ReplyDeletejai madhepura
so goodnews.
ReplyDeletehay hi preeti...congrates your achivement..and all izz well for your huge growing career...
ReplyDeletejai bihar.. jai madhepura..
jai madhepura times..
I am happy for u preeti..congratulations...but at the same time one portion of this article disappointed me lot..that cast politics..It seems that some sort of politics is evrywhere in civil colleges..Being an alumnus of AFMC I dnt kno much about civil college politics ,..but its really diappointing..BTW congrates again...
ReplyDeleteCONGRATULATE
ReplyDeleteNICE
BEST OF LUCK
GOD BLES U
Congratulation Khusboo.....grt achievement.........god bless......hope u utilise your talent to develop Madhepura n do not follow the Brain Drains.
ReplyDeleteRegards,
Dhruba.
good....bt its nt a great..its only a personal achivement....bcz there are lots of madhepura's student who is representing madhepura as national or international level...
ReplyDeleteBEST OF LUCK SISTER......WE ARE PROUD OF YOU.
ReplyDeleteall d best for future prity....
ReplyDeletemy best wishes wid u.....
aur ek bat main kehna chaunga ki...ye kabhi mat bhulna ki aap kahan se ho...again aal d best for future....
ReplyDeletebahut-bahut badhai ho preeti.....
ReplyDeletebahut-bahut badhai ho preeti......
ReplyDeletecongrats. It is a proud of Madhepura
ReplyDeleteBDHAI ho preeti ji.....apki achi future ki ham kamna krte hai
ReplyDeleteJAY SHRRE RAM
BDHAI ho preeti ji.....apki achi future ki ham kamna krte hai
ReplyDeleteJAY SHRRE RAM
i wish u tmhra future achha ho
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