चौसा की सड़कों पर मौत का सफ़र: अधिकारियों का आदेश बेअसर

मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड की जर्जर सड़कों पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से चौसा में ओवर लोडिंग वाहन पर प्रतिबंध लगाया था. पदाधिकारियों के आदेश बेअसर हो रहे हैं. चौसा की सड़कें अबतक आधा दर्जन मौत की गवाह बन चुकी है. चौसा की सड़कों पर चलना मौत को गले से लगाने के बराबर है.
          मालूम हो कि परिवहन विभाग एवं पुलिस प्रशासन की उदासीनता के कारण चौसा में धड़ल्ले से ओवर लोड वाहनों का परिचालन हो रहा है. जबकि जिला प्रशासन की ओर से नो इंट्री लगाने का बोर्ड कई जगह लगाया गया है. बावजूद इसके वाहन चालक  जिला प्रशासन के निर्देश का खुलेआम उल्लघंन कर रहें हैं. जिला प्रशासन ने ओवर लोडिंग वाहन को रोकने के लिये बेरिकेटिंग भी लगाया है. मालूम हो कि नदी के विजय घाट पर बाबा विशु राउत सेतु के निर्माण होने से उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने के अलावे विभिन्न जिलों की दूरी कम हो जाने से सैकड़ों की संख्या में प्रत्येक दिन भारी वाहन चलने लगे हैं. और सड़क जर्जर होने के कारण सड़क दुर्घटना होने की घटना जोर पकड़ लिया.
     चौसा में बढ़ती सड़क दुर्घटना से आमलोगों में प्रशासन के विरूद्ध आक्रोश को देखते हुए चौसा थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक मधेपुरा को लिखित आवेदन भेजकर चौसा में नो इंट्री लगाने और जिला परिवहन पदाधिकारी से चौसा में वाहन की नियमित जाच करने का अनुरोध किया था. पथ निर्माण विभाग मधेपुरा के कार्यपालक अभियंता ने भी पुलिस अधीक्षक मधेपुरा को पत्र भेजकर दक्षिण बिहार से विजय घाट के रास्ते एवं पूर्णिया, कटिहार से अरजपुर मार्ग से भारी वाहन के प्रवेश करने पर पाबंदी लगाने का अनुरोध किया. अपने पत्र में कार्यपालक अभियंता ने कहा है कि सस्ता एवं सुलभ मार्ग होने के कारण इस रास्ते को वाहन चालक के द्वारा अवैध रूप से माल ढोने के लिए बिना परमिट अनाधिकृत रूप से प्रयोग किया जाता है. चौसा की सभी सड़कें महज दस फीट चौड़ी है जो इन भारी ओवर लोडेड वाहनों के अवैध परिचालन के लिए नहीं है.
     चौसा थाना अध्यक्ष एवं पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के लिखित प्रतिवेदन पर पुलिस अधीक्षक ने अपने ज्ञापाक 3276 और जिला पदाधिकारी ने अपने ज्ञापाक 3272 के माध्यम से चौसा थाना क्षेत्र में ओवरलोड ट्रक के प्रवेश पर पूर्णत:रोक लगाने का आदेश निर्गत किया है. जिला पदाधिकारी ने जिला परिवहन पदाधिकारी एवं मोटर यान निरीक्षक को चौसा थाना क्षेत्र में नियमित रूप से जांच करने का आदेश भी प्रदान किया है. चौसा में नो इंट्री लगाने का आदेश तो जारी किया गया लेकिन इस पर किसी तरह का कोई अमल नही किया जाता है. धड़ल्ले से ओवरलोड वाहनों का परिचालन हो रहा है. स्थानीय पदाधिकारी का भी ध्यान इस ओर नहीं है, ना ही कभी जिला परिवहन पदाधिकारी एवं मोटर यान निरीक्षक ने चौसा में जाच पड़ताल की. इससे चौसा की प्राय: सभी सड़के जर्जर हो गई और पैदल चलने लायक भी नही बची है.
      मालूम हो कि चौसा से अरजपुर पूर्णिया जिला सीमा, चौसा से फुलौत चौसा से उदाकिशुनगंज, चौसा से भटगामा और भटगामा से मनोहरपुर की सड़क अत्यन्त ही जर्जर हो गई है. यदि जल्द जिला प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देती है तो दुर्घटनाओं की संख्यां में काफी वृद्धि हो जायेगी और लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना होगा.
चौसा की सड़कों पर मौत का सफ़र: अधिकारियों का आदेश बेअसर चौसा की सड़कों पर मौत का सफ़र: अधिकारियों का आदेश बेअसर   Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 05, 2016 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.