प्रो. सिद्धेश्वर 'काश्यप' बने 'फोर इयर्स डिग्री कोर्स' के प्रयोजनमूलक हिंदी से संबद्ध पाठ्यक्रम निर्माण समिति में सदस्य
बिहार सरकार के उच्च शिक्षा परिषद् द्वारा प्रो. सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह 'काश्यप' को 'फोर इयर्स डिग्री कोर्स' के प्रयोजनमूलक हिंदी से संबद्ध पाठ्यक्रम निर्माण समिति में सदस्य के रुप में शामिल किया गया है। प्रो. सिंह भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के अंतर्गत हिंदी विभाग, पी.जी. सेंटर, पश्चिमी परिसर, सहरसा में कार्यरत हैं।
प्रो. सिंह इंडियन स्कॉलर के स्थाई सदस्य हैं। साथ ही भारतीय प्राध्यापक परिषद् एवं वैश्विक साहित्य संस्कृति परिषद् से भी जुड़े हैं। शताब्दी रत्न, राष्ट्रभाषा रत्न, ग्लोबल एक्सीलेंस अवार्ड, अंतर्राष्ट्रीय एक्सीलेंस अवार्ड, बेस्ट डिजिटल टीचिंग अवार्ड, अंतर्राट्रीय साहित्य -कला अवार्ड, लंदनबुक आफ वर्ल्ड बुक रिकार्ड अवार्ड सहित इन्हें एक सौ से अधिक राष्ट्रीय - अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हैं।
इनकी डेढ दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। जिनमें प्रमुख पुस्तकें हैं:- प्रयोजनमूलक हिंदी का वर्तमान, हिंदी पत्रकारिता का वर्तमान, अग्निधर्मी लेखक कवि नागार्जुन, हिंदी भाषा विविध संदर्भ, हिंदी पत्रकारिता विविध विमर्श। इनका प्रमुख गजल-संग्रह प्रकाशित है- आदमखोर, हमकदम बहार है, ख्वाब सी जिंदगी, चारसू आजादी है आदि।
प्रो. काश्यप की इस उपलब्धि पर पूर्व कुलपति प्रो. आर के पी रमण, प्रोफेसर सतीश राय, प्रोफेसर चंद्रभानु सिंह, डॉ. इम्तियाज अंजुम, प्रो. अबुल फजल, प्रोफेसर कैलाश यादव, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. सुधान्शु शेखर, डॉ. अरुण कु. सिंह, डॉ. कविता, डॉ. रमण कांत, डॉ. श्याम मोहन मिश्र, डॉ. कविता, डॉ. प्रफुल्ल कुमार, डॉ. श्रीमंत जैनेन्द्र, डॉ. दीपक राणा, डॉ. सुप्रिता, मणि भूषण वर्मा, डॉ.अणिमा, डॉ. आर्य सिंधु, डॉ. विनय, अमित आनंद, सत्यप्रकाश इत्यादि ने हर्ष व्यक्त किया है।
प्रो. सिद्धेश्वर 'काश्यप' बने 'फोर इयर्स डिग्री कोर्स' के प्रयोजनमूलक हिंदी से संबद्ध पाठ्यक्रम निर्माण समिति में सदस्य
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
December 26, 2025
Rating:
No comments: