मुरलीगंज/ के पी महाविद्यालय, मुरलीगंज में 24 सितंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का स्थापना दिवस बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार झा ने की।
प्राचार्य डॉ. झा ने एनएसएस के महत्व और उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि यह योजना विद्यार्थियों में अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास करती है। इसके माध्यम से युवाओं में राष्ट्र निर्माण की भावना प्रबल होती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में एनएसएस की भूमिका और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह युवा पीढ़ी को समाज के प्रति जिम्मेदार बनाती है।
एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर आजाद ने योजना की ऐतिहासिक यात्रा को याद किया। उन्होंने बताया कि 1969 में महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी वर्ष पर विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में एनएसएस की शुरुआत की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं में सामाजिक जागरूकता पैदा करना और उन्हें जनकल्याणकारी गतिविधियों से जोड़ना है। डॉ. आजाद ने कहा कि एनएसएस केवल सेवा भावना ही नहीं सिखाती, बल्कि यह युवाओं को समाज परिवर्तन का सक्रिय वाहक भी बनाती है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के कई प्राध्यापक और शिक्षण-शिक्षकेतर कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रो. महेंद्र मंडल, डॉ. अली अहमद, दीपक कुमार, डॉ. विजय पटेल, डॉ. त्रिदेव निराला, डॉ. विकास कुमार, डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. नित्यानंद पासवान, डॉ. राजकुमार, डॉ. राघवेंद्र कुमार, डॉ. मोनी जोशी और डॉ. शंकर रजक शामिल हुए। वहीं शिक्षकेतर कर्मचारियों में देवाशीष कुमार, राजन कुमार, नीरज निराला और अभिषेक कुमार के साथ पूरा महाविद्यालय परिवार मौजूद रहा।

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