ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने दोनों शव पोखर से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
पति से मोबाइल पर हुआ था झगड़ा
जानकारी के अनुसार राकेश कुमार यादव की पत्नी आशा देवी (22) मूल रूप से मुरलीगंज थाना क्षेत्र के पोखराम गांव की रहने वाली है। पिछले छह महीने से दंपती के बीच विवाद चल रहा था। विवाद से परेशान पति पंजाब चला गया था। शुक्रवार की रात दोनों के बीच मोबाइल पर झगड़ा हुआ था। इसके बाद शनिवार सुबह आशा देवी दोनों बच्चों को लेकर घर से निकली और रौता शाखा ग्रामीण बैंक के पास कुछ देर बैठने के बाद पास के पोखर में दोनों बच्चों को फेंक दिया।
चरवाहों ने देखा, गांव में मचा हड़कंप
करीब साढ़े 12 बजे पोखर किनारे पशु चरा रहे चरवाहों की नजर पानी में तैरते शवों पर पड़ी। उन्होंने गांव जाकर लोगों को जानकारी दी। मौके पर भारी भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पंकज कुमार दल-बल के साथ पहुंचे और शवों को बाहर निकलवाया।
घर से मिले जले कपड़े और मोबाइल
उधर बच्चों के दादा सुनील यादव बहियार से लौटे तो घर बंद पाया। पड़ोसियों से पूछने पर जानकारी मिली कि बहू दोनों बच्चों के साथ बहियार की ओर गई थी। बाद में जब वे पोखर पहुंचे तो वहां बच्चों के शव देख दंग रह गए। पुलिस ने घर की तलाशी ली तो वहां पुराने कपड़ों के जले अवशेष और महिला का मोबाइल बरामद हुआ।
थानाध्यक्ष ने बताया कि सुनील यादव के बयान पर आरोपी मां आशा देवी के विरुद्ध केस दर्ज किया जा रहा है। घटना के बाद से वह फरार है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

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