1. पूर्णिया से वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत
2. पूर्णिया में वाशिंग पिट का शीघ्र निर्माण
3. पटना से पूर्णिया कोर्ट (वाया सहरसा-मधेपुरा) के लिए रात 11 बजे रात्रिकालीन ट्रेन का संचालन
सांसद ने कहा कि यह केवल परिवहन सुविधा का मामला नहीं, बल्कि लाखों लोगों के जीवन, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य से सीधे जुड़ा मुद्दा है।
रात्रिकालीन ट्रेन की तत्काल जरूरत
सांसद पप्पू यादव ने अपनी मांग रखते हुए कहा कि पटना–सहरसा–मधेपुरा–पूर्णिया कोर्ट रेलखंड पर शाम 4 बजे से अगले दिन सुबह 7 बजे तक कोई ट्रेन नहीं चलती। इस कारण यात्रियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ती है, खासकर उन्हें जो दिनभर के कार्य के बाद पटना से अपने घर लौटना चाहते हैं। मजबूरी में लोगों को पटना में रात गुजारनी पड़ती है, जिससे समय, धन और सुरक्षा—तीनों पर असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन इस मार्ग पर हजारों विद्यार्थी, मजदूर, व्यापारी, मरीज, कर्मचारी और कोर्ट से जुड़े लोग यात्रा करते हैं। ऐसे में रात्रिकालीन ट्रेन का अभाव लोगों को महंगे और कई बार असुरक्षित वैकल्पिक साधनों पर निर्भर कर देता है।
सांसद ने उदाहरण देते हुए कहा कि सहरसा से पटना के लिए रात्रिकालीन जनहित एक्सप्रेस उपलब्ध है, लेकिन वापसी में कोई ट्रेन नहीं है। इसे “एकतरफा सुविधा” बताते हुए उन्होंने सुझाव दिया कि इसी ट्रेन को रात में पटना से भी चलाया जाए। इससे विशेषकर महिलाओं और बुजुर्गों को बड़ी राहत मिलेगी।
वंदे भारत और वाशिंग पिट की मांग
पप्पू यादव ने पूर्णिया से वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की भी मांग की। उनका कहना था कि इससे सीमांचल की कनेक्टिविटी और यात्रा अनुभव में गुणात्मक सुधार होगा। साथ ही, पूर्णिया में वाशिंग पिट के निर्माण से नई ट्रेनों के रखरखाव और रेलवे की परिचालन क्षमता में वृद्धि होगी।
जनहित और राजस्व—दोनों में लाभ
सांसद ने कहा कि इन प्रस्तावों से यात्रियों को सुरक्षित, सुलभ और आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा, साथ ही रेलवे के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। टिकट बिक्री में इजाफा होगा और रेलवे सेवाओं के प्रति जनता का विश्वास मजबूत होगा।
पप्पू यादव ने रेल मंत्री से इन प्रस्तावों पर शीघ्र निर्णय लेने की अपील करते हुए कहा कि सीमांचल की आवाज को अनसुना करना, इस क्षेत्र के विकास को अनदेखा करने जैसा होगा।

No comments: